यह पदार्थ इतना मंहगा है कि एक ग्राम बेचकर कई देश खरीद सकते हैं
कहां रखा है ये
नासा के मुताबिक, एंटीमैटर धरती का सबसे महंगा मेटल है। एक मिलीग्राम एंटीमैटर बनाने में 250 लाख डॉलर रुपए तक लग जाते हैं। जहां ये बनता है, वहां पर विश्व की सबसे बेहतरीन सुरक्षा व्यवस्था मौजूद है। इतना ही नहीं नासा जैसे संस्थानों में भी इसे रखने के लिए एक पुख्ता सुरक्षा घेरा है। जहां कुछ खास लोगों के अलावा एंटीमैटर तक कोई भी नहीं पहुंच सकता है।
ऐसे बनाया जाता है एंटी मैटर
वैसे तो एंटीमैटर प्राकृतिक रूप से कहीं न कहीं मौजूद जरूर होगा। लेकिन वैज्ञानिकों ने इसे बनाने में भी कामयाबी हासिल कर ली है। इस एंटीमैटर को सर्न की प्रयोगशाला में बनाया गया था। इस लैब में ही गॉड पार्टिकल को ढूंढ़ने की बात सामने आई थी। इसे बनाने में जो ऊर्जा खर्च होती है प्राप्त एंटी मैटर उसका एक अरबबां हिस्सा होता है।
कहां होता है एंटी मैटर का उपयोग
एंटीमैटर का उपयोग बहुत ही कम होता है। इसे हम मेडिकल लाइन, रॉकेट फ्यूल और न्यूक्िलयर वीपेन में उपयोग कर सकते हैं।