हर सौवें टेस्ट में भारी पड़े हैं मेजबान
अब तक अगर पहले, 100वे, 200वें और इसी तरह से आगे के हर सौवें मैच के रिजल्ट्स पर गौर किया जाए तो 20 मैचों में से जिन 14 मैचों में रिजल्ट निकला, उसमें से दस में मेजबान टीम विनर रही है. मेलबर्न में खेला गया पहला टेस्ट मैच मेजबान आस्ट्रेलिया ने 45 रन से जीता था. इसके बाद 100वां टेस्ट मैच सिडनी में खेला गया, जिसमें फिर से आस्ट्रलिया जीतने में सफल रहा. आस्ट्रेलिया ने 600वें और 800वें टेस्ट
मैच में भी इंग्लैंड को अपनी जमीं पर मात दी थी. इसी तरह वेस्ट इंडीज ने 1981 में अपनी मेजबानी में खेले गए 900वें टेस्ट में इंग्लैंड को हराया था. पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच हैदराबाद में 1984 में खेला गया मैच 1000वां टेस्ट था, जिसमें मेजबान पाकिस्तान ने सात विकेट से जीत दर्ज की थी. इन दोनों टीमों के बीच ही लाहौर में 2002 में 1600वां टेस्ट मैच खेला गया, जिसमें पाकिस्तान ने इनिंग्स और 324 रन से जीत दर्ज की. इंग्लैंड ने लॉड्र्स पर 2004 में 1700वें मैच में न्यूजीलैंड पर जीत दर्ज की.
आस्ट्रेलिया-विंडीज रहे exceptions
अगर इंडिया सौवें टेस्ट का मिथक तोडऩा चाहता है तो उसे आस्ट्रेलिया या वेस्ट इंडीज जैसा परफॉर्मेंस करना होगा. आस्ट्रेलिया ने एक, जबकि वेस्टइंडीज ने तीन बार विदेशी जमीं पर ऐसे मैचों में जीत दर्ज की है. अच्छी खबर यह है कि इन चारों मौकों पर हारने वाली मेजबान टीम इंग्लैंड ही थी. इंग्लैंड ने 1948 में 300वें टेस्ट मैच में मेहमान आस्ट्रेलिया से मैच गंवाया था. इसी तरह वेस्टइंडीज ने टेस्ट संख्या 1100, 1300 और 1500 में इंग्लैंड को उसकी जमीं पर मात दी थी. हालांकि लॉड्र्स में 2004 में खेले गए 1700वें मैच में इंग्लैंड ने न्यूजीलैैंड के खिलाफ पहली बार 100वें टेस्ट से जुड़े इस मिथक को तोडक़र जीत दर्ज की.
इंडिया की मुश्किल
इंडिया अभी दुनिया की नंबर वन टेस्ट टीम है, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ सौवें मैच के मिथक के अलावा कई अन्य चैलेंजेस भी हैैं. टेस्ट क्रिकेट में पिछले दो साल में इंग्लैंड का परफॉर्मेंस बेहद शानदार रहा है. इसके अलावा इंडिया के लिए वहां की तेज और स्विंग लेती पिचेस पर उसके पेसर्स का सामना करना भी आसान नहीं होगा.
ये टेस्ट रहे ड्रॉ
इसके अलावा 400वां, 700वां, 1200वां, 1400वां, 1800वां और 1900वां टेस्ट मैच ड्रॉ रहा था. इनमें से 400वें और 1200वें टेस्ट मैच में इंडियन टीम भी शामिल थी.