अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के 26 जनवरी के भारत दौरे पर पाक आंतकी हमला करने की साजिश रच रहा है. पाक इस यात्रा को शांतिपूर्ण नहीं निपटने देना चाहता है. इसके लिए गोपनीय रूप से पूरी तैयारी कर रहा है. खुफिया सूत्रों के मुताबिक पाक ने आतंकियों की मदद के लिए 110 स्पेशल सर्विस ग्रुप के कमांडोज को एलओसी पर तैनात कर दिया है. इसके अलावा लश्कर-ए-तैयबा जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिद्दीन आतंकी संगठन भी भारत में घुसने के प्रयास में लगे हैं.

भारत ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए
दिल्ली पहुंचने के बाद 25 जनवरी को इंडिया आ जाएंगे. 26 जनवरी को ओबामा राजपथ पर गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे. इसके बाद वह राष्ट्रपति भवन जाएंगे व कारोबारियों से मुलाकात भी करेंगे. 27 जनवरी को वह प्रेम की निशानी माने जाने वाले ताज महल को देखने पत्नी मिशेल के साथ आगरा जाएंगे. दौरे के आखिरी दिन 27 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बराक ओबामा के साथ मिलकर रेडियो पर अपनी 'मन की बात' करेंगे. ओबामा की भारत यात्रा को सफल बनाने के लिए भारत ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. इस दौरान पाक हमले की जानकारी पर पाक के आतंकी संगठन जमात-उद-दावा ने सफाई पेश की है. जमात-उद-दावा का कहना है कि पाक विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी दबाव में आकर उसे बदनाम करने वाले बयान दिए हैं, जबकि उसका संगठन पाकिस्तान में समाजसेवा कर रहा है.


पड़ोसियों देशों को रास नहीं आ रहा
ओबामा का भारत आना भारत के पड़ोसियों देशों को रास नहीं आ रहा है, लेकिन पाक ने तो हद ही कर दी है. वह ओबामा की यात्रा को असफल करने के लिए आतंकी हमले की साजिश को अंजाम दे रहा है. खुफिया सूत्रों के मुताबिक लश्कर, जैश और हिजबुल के 70 से 100 आतंकियों को 4 से 5 समूहों में जीरोलाइन के पास देखा गया है. आतंकियों की ये हरकत सियालकोट और शकरगढ़ में देखी गई है. जिनमें मशरूर बड़ा भाई, अबियाल डोगरा, सुखो चक और चक अमरू के अलावा सांबा सेक्टर के पास सुखमा, डरमान, धंदर समेत रामगढ़ सेक्टर, पुरा सेक्टर और पर्गवाल सेक्टर के पास कई हिस्से शामिल हैं. पाक सेना के एसएसजी कमांडोज आतंकियों की मदद करने का काम करते हैं. कारगिल घुसपैठ में भी इन्हीं एसएसजी कमांडोज की भूमिका थी.


सबसे ज्यादा चार राज्य निशाने पर

इस दौरान आतंकियों के निशाने पर बड़े मंदिर या भीड़भाड़ वाले प्लेस हो सकते हैं. आतंकी संगठनों के मंसूबे ओबामा दौरे के दौरान 28 जनवरी से पहले आतंकी हमलों को अंजाम देने के हैं. लश्कर, जैश और हिजबुल भारत के चार अधिक भीड़ वाले राज्यों को निशाना बनाने की फिराक में हैं. इन राज्यों में ओडिशा, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश शामिल हैं. इन राज्यों में हमले से तबाही ज्यादा मचेगी. जिसमें मुंबई का सिद्धि विनायक मंदिर आतंकियों के निशाने पर है. यहां बड़ी तादाद में श्रद्धालु भगवान सिद्धि विनायक की पूजा के लिए इकट्ठे होते हैं. मुंबई में हमलों को अंजाम देने के लिए अब्दुल्ला अल अंसारी के साथ नासिर अली, जाबेद इकबाल, मोबिद जेमान और शमशेर नाम के आतंकियों को तैनात किया गया है. हमलों की जानकारी मिलने के बाद से सुरक्षा और बढ़ा दी गयी है.

 

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Posted By: Satyendra Kumar Singh