जिन्होंने एक सीरिज में पाकिस्तान के खिलाफ लिए 21 विकेट
1- तेज रफ्तार गेंदबाजी करने के लिये अगर किसी चीज की सबसे ज्यादा जरूरत होती है वो है हाइट की पर अगर किसी ने इसे गलत साबित किया है तो वो थे रमाकांत देसाई। 5 फुट चार इंच की हाइट के साथ रमाकांत जब फास्ट बॉलिंग करते थे तो अच्छे खासे बल्लेबाजों के पसीने छूट जाते थे। 2- अपनी हाइट की वजह से उन्हें टाइनी देसाई कहा जाता था। 1960 के दशक में वो भारत के सबसे तेज गेंदबाज थे। रमाकांत ने अपना पहला टेस्ट डेब्यू वेस्टइंडीज के खिलाफ दिल्ली में 1959 में किया था। भारत का स्कोर 415 था पर वेस्टइंडीज ने 644 रन आठ विकेट खो कर बनाये।
3- देसाई ने इस मैच में 49 ओवर फेके जिसमें उन्होंने 169 रन दिये और चार विकेट लिये। उन्होंने जॉन होल्ट, रोहन, कोली स्मिथ और गैरी सोबर्स का विकेट लिया। देसाई का सर्वाधिक स्कोर पाकिस्तान के खिलाफ मुंबई के बरबॉर्न स्टेडियम में रहा। 4- 1960 में हुये इस मैच में 10 नंबर पर खेलते हुये उन्होंने 85 रन 206 मिनट में बनाये। उन्होंने 7 बाउंड्री मारी। नाना जोशी के साथ उन्होंने 149 रनों की साझेदारी की। नौंवे विकेट पर 149 रनों की साझेदारी एक इंडियन रिकार्ड है जिसे आज तक कोई नहीं तोड़ पाया।
5- रमाकांत ने 150 फर्स्ट क्लास मैच खेले। उन्होंने 468 विकेट लिये। उन्होंने 53 रणजी ट्रॉफी के मैच बॉम्बे के लिये खेले। 1962-63 रणजी ट्राफी के फाइनल में राजस्थान के खिलाफ उन्होंने शतक लगाया। देसाई के शतक से मुंबई ने जीत हासिल की। 6- देसाई ने सिर्फ नौ साल तक टेस्ट क्रिकेट खेला। उन्होंने अपना फाइनल टेस्ट न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत दौरे के दौरान 1968 में खेला। न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी की और 350 रन का स्कोर खड़ा किया। भारत के 300 रन पर आठ विकेट थे। रमाकांत ने 11 नंबर के बल्लेबाज बिशन सिंह बेदी के साथ 57 रनो की साझेदारी की और भारत को जीत दिलाई। 7- देसाई ने 29 साल की उम्र में अपना आखिरी टेस्ट खेला था। देसाई ने गेंदबाजी की दम पर अपना नाम कमाया पर वो एक बेहतरीन बल्लेबाज भी थे। उन्होंने कई बार भारत को जीत दिलाई। देसाई भारतीय टीम की सिलेक्टर भी रहे। 8- न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, इसमें उन्होंने 56 रन देकर 6 विकेट चटकाए थे। वो एक शानदार गेंदबाज थे। वे गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी टीम को पूरा सहयोग देते थे।
9- उन्होंने 28 टेस्ट मैच में 44 इनिंग्स खेली। उन्होंने कुल 418 रन बनाये। उनका सर्वाधिक स्कोर 85 था। टेस्ट मैच में उन्होंने सिर्फ एक अर्द्धशतक लगाया। उन्होंने 9 कैच लिये। 10- 28 टेस्ट मैचों में उन्होंने 74 विकेट लिये। फर्स्टक्लास क्रिकेट में उन्होंने 468 विकेट झटके। 58 साल की उम्र में अप्रैल 1998 हार्ट अटैक के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी मौत हो गई।
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