Vegetables या chicken वगैरह roast करते वक्त अकसर वह अंदर से कच्चे रह जाते हैं या बाहर से कुछ ज्यादा ही crispy हो जाते हैं. इसकी वजह से dish का actual taste बिगड़ जाता है. लेकिन एक perfect technique को follow करते हुए roasting की जाए तो dish को एक perfect flavour मिल सकता है.

रोस्टिंग बेसिकली एक ड्राई कुकिंग प्रोसेस है जिसमें ऑयल और वॉटर लगभग ना के बराबर ही यूज होता है. किसी भी फूड मटीरियल को हमेशा एक अनकवर्ड पैन में ही रोस्ट किया जाता है ताकि वो चारों तरफ से इवेनली रोस्ट हो सके. हेल्थ के लिहाज से भी यह कुकिंग टेक्नीक काफी बेनिफीशियल होती है. परफेक्ट टेस्ट के लिए जरूरी है कि आप खाने को सही तरीके से और सही टेम्प्रेचर पर कुक करें. जानिए कैसे आप ये कर सकते हैं.
Pre-preparation

Cut large pieces- वेजिटेबल्स, चिकन, मीट अंदर तक कुक हो जाएं इसके लिए जरूरी है कि इन्हें बड़े टुकड़ों में काट कर रोस्ट किया जाए. छोटे टुकड़े जैसे बोनलेस चिकन, फिश फिलेट्स को अगर पर्टिकुलर टाइमिंग में रोस्ट ना किया जाए तो वो ड्राईआउट हो सकते हैं. Cut evenly- वेजिटेबल्स हों या मीट के टुकड़े, सभी को बराबर के शेप और साइजेस में काटें. इससे सभी टुकड़े सेम लेवल पर कुक होंगे और कोई भी कच्चा नहीं बचेगा. Cook separately- छोटे और बड़े टुकड़ों को हमेशा अलग-अलग रोस्ट करें. बड़े टुकड़ों को कुक होने में टाइम लगता है वहीं अगर छोटे भी उनके साथ रखें हैं तो ज्यादा देर तक कुक होने की वजह से वह जल सकते हैं.Toss evenly- रोस्टिंग से पहले वेजिटेबल्स या मीट को ऑलिव ऑयल से टॉस करें. टॉस करते वक्त ध्यान रहे कि सभी टुकड़े बराबर से कोट हो जाएं. करीब 450 ग्राम वेजीस या मीट के  लिए एक टेबलस्पून ऑयल ठीक रहता  है. फास्ट कुकिंग के लिए ज्यादा ऑयल भी यूज किया जा सकता है. Season properly- किसी भी इंग्रेडिएंट के ओरिजिनल फ्लेवर के लिए उसे सॉल्ट और पेपर से सीजन करना ही बेस्ट रहता है. पर च्वॉइस के मुताबिक इन्हें फ्रेश हब्र्स से सीजन किया जा सकता है. Arrange perfectly- वेजिटेबल या मीट के टुकड़ों को इस तरह अरेंज करें कि वे एक दूसरे के ऊपर ना आएं. इससे सभी टुकड़े इवेनली कुक हो पाएंगे. Keep checking- रोस्ट करते वक्त मटीरियल को बीच-बीच में चेक और टॉस करते रहें. इससे वो जलेंगे नहीं और अच्छे से कुक भी हो जाएंगे. What all can be roasted-  चिकन, लैंब, फिश, मीट के अलावा स्टार्ची वेजिटेबल्स आसानी से रोस्ट किए जा सकते हैं. एप्पल, बनाना, पीयर, स्ट्रॉबेरीज जैसे फ्रूट्स भी आप रोस्ट कर सकते हैं.

Temperature
शेफ सर्वदीप सिंह कहते हेँ कि रोस्टिंग करते टाइम रेसिपी के हिसाब से टेंपरेचर पर ध्यान देना जरूरी है.

Moderate (375 डिग्री) : वेजिटेबल्स इस टेंपरेचर पर आइडियली रोस्ट हो जाते हैं. पहले इन्हें लो टेम्प्रेचर यानी 200 डिग्री पर रोस्ट करें, फिर 350-375 पर. Low heat (200 डिग्री): पूरी डिश अगर आप इसी टेम्प्रेचर पर बनाएंगे तो खाना बनने में टाइम लगेगा. साथ ही वह मॉइस्ट तो होगा पर ऊपर से क्रंची नहीं होगा. वह सिर्फ स्टीम्ड फूड की तरह लगेगा. High heat (500 डिग्री): हाई टेम्प्रेचर पर खाना बनाने से उसके ऊपर से जलने और अंदर से कच्चे रह जाने के चांसेज होते हैं.
Equipments required

Roasting pan- हमेशा एक हेवी बेस वाला बड़ा रोस्टिंग पैन सेलेक्ट करें. ध्यान दें कि वो डेढ़ से दो इंच गहरा हो. Roasting tray-इसे पैन के नीचे रखने से मीट से निकलने वाला जूस फै लेगा नहीं. Meat thermometer- मीट का सेंटर या सबसे ज्यादा फ्लेशी पार्ट काफी देर में कुक होता है. इसके लिए आप एक मीट थर्मामीटर की हेल्प से ये चेक कर सकते हैं कि वो पका है या नहीं.


What is pan roasting?
पैन रोस्टिंग टेक्निक एक टू लेवल मेथड है, जिससे फूड बाहर से तो ब्राउन और कुरकुरा होता है लेकिन अंदर से वह सॉफ्ट और जूसी रहता है. पैन रोस्टिंग करने के लिए सबसे पहले मीट या फूड को एक फ्राई पैन में ऑयल लगाकर गर्म किया जाता है. इससे उसकी आउटर सर्फेस हल्की ब्राउन कलर की हो जाती है. फिर उस पैन को एक मोडरेट हॉट ओवन पर रखा जाता है, जहां पर फूड को अच्छे से कुक होने तक रोस्ट किया जाता है. यह मेथड मीट के थिन पीसेस या फिर चिकन के लिए बेस्ट रहता है.      

ताकि चिकन पके अच्छा और नरम...

बाजार से चिकन खरीदते वक्त उसकी  कटिंग और सफाई पर खास ध्यान दें.चिकन पकाते वक्त उसमें पपीता  डालें इससे चिकन नर्म और टेस्टी बनेगा. एक किलो चिकन में पच्चीस ग्राम हरा पपीता डाल सकते हैं.फिश को साफ करनेे के  लिए उसमें नमक, आटा और 2 से 3 ड्रॉप्स वेनिगरकी डालें और फिर वॅाश करें.चिकन टिक्का बनाने के लिए जिंजर गार्लिक पेस्ट, चिली पेस्ट और गरम मसाला के साथ दस से पन्द्रह मिनट के लिए मैरीनेट करें और फिर पकाएं.
- शेफ राज, होटल रॉयल क्लिफ

Posted By: Surabhi Yadav