Teacher's Day 2021: बेहद खास होता है टीचर्स डे, जानें इसका इतिहास व महत्व
कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Teacher's Day 2021: स्कूल हो या ऑनलाइन क्लासेज, एकेडमिक हो या म्यूजिक, मेंटर हो या गाइड, हर जगह किसी न किसी रूप में शिक्षक का विशेष रोल होता है। इसलिए, भारत में शिक्षकों की उपस्थिति का जश्न मनाने के लिए एक विशेष दिन समर्पित है। यह दिन 1962 में भारत के राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की स्मृति के सम्मान में और सभी लोगों के जीवन में शिक्षकों के महत्व को याद करने के लिए भी अस्तित्व में आया। देश में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। राधाकृष्णन एक महान शिक्षक होने के अलावा भारत के दूसरे उपराष्ट्रपति और पहले राष्ट्रपति थे।
शिक्षक दिवस 2021: इतिहास
डॉ राधाकृष्णन भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति थे जिनका जन्म 5 सितंबर, 1888 को तिरुतानी में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। उन्हें एक अविश्वसनीय छात्र के साथ-साथ एक अनुकरणीय शिक्षक माना जाता था जिन्होंने अपना जीवन शिक्षा के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने कहा था, "मेरा जन्मदिन मनाने के बजाय 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए तो यह मेरे लिए गौरव की बात होगी।" इसलिए उनके जन्मदिन को 1962 से शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
शिक्षक दिवस 2021: महत्व
शिक्षक हमें जीवन की लड़ाई लड़ने और बेहतर इंसान बनने के लिए मार्गदर्शन करते हैं। वे नैतिकता सिखाने के साथ-साथ छात्रों के शैक्षणिक आधार को भी मजबूत करते हैं, इसलिए शिक्षक दिवस मनाया जाता है। विशेष रूप से, यह दिन शिक्षकों को समर्पित है क्योंकि यह डॉ राधाकृष्णन की जयंती है और वे एक भावुक शिक्षक थे जिन्होंने देश की शिक्षा और युवाओं को बहुत महत्व दिया।
शिक्षक दिवस 2021: आयोजन
छात्र-शिक्षक संबंधों को बेहतर बनाने के लिए शैक्षणिक संस्थान, विभिन्न स्कूल, कॉलेज शिक्षक दिवस को उत्साह और मस्ती के साथ मनाते हैं। छात्र शिक्षकों को प्यार और सम्मान के साथ बधाई देते हैं। इस दिन, छात्रों द्वारा शिक्षकों को सुंदर छोटे नोटों के साथ उपहार दिए जाते हैं। कुछ स्कूलों में निबंध लिखने, भाषण देने, शिक्षकों के लिए खेल, छोटे समारोह आदि सहित छोटी सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित की जाती हैं।