30 सैनिकों के बाद अब तालिबानी आतंकियों ने मारे 16 पुलिसकर्मी
अशरफ ने युद्धविराम बढ़ाने की कही थी बात
काबुल (रॉयटर्स)। अफगानिस्तान के अधिकारीयों ने शुक्रवार को बताया कि पिछले रविवार की रात तीन दिवसीय युद्धविराम खत्म होने के बाद से अब तक तालिबानी आतंकियों ने अफगानिस्तान के पश्चीमी बदगीस प्रांत में 16 अफगानी पुलिसकर्मियों और दो स्थानीय नागरिकों की हत्या कर दी है। 2001 में खत्म किये गए सख्त इस्लामी कानून को देशभर में फिर से लागू कराने की मांग को लेकर लड़ रहे तालिबानी आतंकियों ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ घनी द्वारा जारी किये गए बयानों का बहिष्कार करते हुए युद्धविराम खत्म होते ही सैनिकों पर हमला करना शुरू दिया। बता दें कि रविवार को अशरफ ने तालिबानी आतंकियों से युद्धविराम को कुछ दिन और आगे बढ़ाने की बात कही थी।
आठ चेकपॉइंट्स को कब्ज़ा करने वाले थे आतंकी
इससे पहले बुधवार को, तालबानी आतंकियों ने कम से कम 30 सैनिकों की हत्या कर दी और बदगीस के एक मिलिट्री बेस को कब्जा कर लिया। काबुल के एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि तालिबानी आतंकी आठ चेकपॉइंट्स को कब्ज़ा करने के लिए सैनिकों से लड़ रहे थे और गुरुवार तक उन्होंने दो चेकपॉइंट्स पर अपना कंट्रोल जमा लिया। अबकामारी जिले के गवर्नर हाजी सालेह बेक ने कहा कि गुरुवार को किये गए हमले में 16 पुलिसवाले और दो नागरिक मारे गए। फिलहाल इस हमले की ज़िम्मेदारी किसी ने नहीं ली है, लेकिन तालिबान के आतंकी इस वक्त उन इलाकों में सक्रिय हैं और लगतार अफगान सुरक्षा बलों पर हमला कर रहे हैं।
मुसलमानों को बहुत हुआ फायदा
अफगान सेना और तालिबान के आतंकियों ने मिलकर बीते दिनों सीजफायर का ऐलान किया था, जिसकी अवधि रविवार की रात को समाप्त हो गई। लेकिन युद्धविराम खत्म होते ही तालिबान के आतंकियों ने अफगान के सुरक्षा बलों पर हमला करना शुरू कर दिया। खैर, तालिबान के आतंकियों द्वारा किये गए युद्धविराम की घोषणा से अफगानिस्तान के मुसलमानों को बहुत फायदा हुआ। वर्षों बाद अफगानिस्तान के मुसलमानों ने पिछले शुक्रवार को शांति में ईद की नमाज अदा कर एक-दूसरे को बधाइयां दीं। 2001 में अमरीकी नेतृत्व में नाटो सेना के युद्ध में भाग लेने के बाद से पहली बार ईद के दिन कोई हमला नहीं हुआ।