ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन ने चीन पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि फेक न्यूज के जरिये चीन हमारे देश में चुनाव को प्रभावित करने में जुटा है।


ताइपे (रॉयटर्स)। ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन ने शुक्रवार को कहा कि चीन उनके देश में अपना प्रभाव बढ़ाने और घुसपैठ करने का प्रयास कर रहा है। इसको लेकर उन्होने अपने राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों को बीजिंग के प्रयासों का डटकर मुकाबला करने के लिए कहा है। राष्ट्रीय सुरक्षा बैठक के बाद साई ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि चीन फेक न्यूज के जरिये ताइवान में चुनाव प्रभावित करने में जुटा है। हालांकि, राष्ट्रपति ने इस घटना के बारे में मीडिया को विस्तार से नहीं बताया लेकिन यह कहा कि ताइवान की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों को चीन की चालों से निपटने के तरीके खोजने होंगे। अमेरिका के साथ भारत, जापान और फिलीपींस ने दक्षिण चीन सागर में किया सैन्य अभ्यासUN ने जैश सरगना मसूद अजहर को घोषित किया वैश्विक आतंकी, चीन ने दिया भारत का साथ-तब बनी बात


ताइवान को चीन मानता है अपना हिस्सा

इसके बाद वेन ने ताइवान स्ट्रेट (जलडमरूमध्य) में चीन के बढ़ते सैन्य दखल को लेकर भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, 'ताइवान स्ट्रेट में चीन के लगातार बढ़ते सैन्य हस्तक्षेप से वहां हालात बिगड़ चुके हैं।' इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि चीन की सैन्य गतिविधियों का जवाब देने के लिए ताइवान भी तैयार है। इसके लिए ताइवान अपनी सैन्य ताकत को और मजबूती देने में लगा है। ताइवान के राष्ट्रपति का यह बयान पिछले महीने देश से सटे समुद्री इलाके में चीन के जबरदस्त सैन्य अभ्यास के बाद आया है। ताइवान, चीन के प्रभाव से मुक्त होना चाहता है। दूसरी तरफ ताइवान को चीन अपना एक हिस्सा मानता है और उसके स्वतंत्रता के प्रयास को कुचलने के लिए सैन्य कार्रवाई की चेतावनी भी देता रहता है। बता दें कि ताइवान को अमेरिका का समर्थन मिला है।

Posted By: Mukul Kumar