स्टार किड्स की जब भी लांचिंग होती है वे अपनी फिल्मों की कहानी ट्रेजेडी वाली लेकर आना पसंद करते हैं। ऐसे में तड़प भी ऐसी ही ट्रेजिक लव स्टोरी है।


अनु वर्मा (फिल्‍म समीक्षक)। इन दिनों जो फिल्में बन रही हैं, उनमें इंटरवल के बाद रुचि खत्म हो जाती है। क्लाइमेक्स और कमजोर होते हैं। लेकिन मिलन की यह फिल्म सेकेंड हाफ में ही चौंकाती है। सुनील शेट्टी के बेटे अहान ने प्रॉमिसिंग काम किया है। लेकिन कहानी और मजेदार होती उन्हें निखरने का अधिक मौका मिलता। पढ़ें पूरा रिव्यूफिल्म : तड़पकलाकार : अहान शेट्टी, तारा सुतारियानिर्देशक : मिलन लुथरियारेटिंग : तीन स्टारक्या है कहानी


इशाना (अहान) एक अनाथ बच्चा है। उसे डैडी (सौरभ शुक्ला) ने गोद लिया है। वह मसूरी में रहता है और उसका दिल रमीसा (तारा सुतारिया) पर आ जाता है। रमीसा बहुत रईस बाप की बेटी है, जो कि लंदन से लौट आई है। दोनों प्यार में पड़ जाते हैं। लेकिन बाद जब शादी तक पहुंचती है तो दोनों के परिवार वाले खलनायक बन जाते हैं। अभी तक ये कहानी आपको पुराने ढर्रे वाली बॉलीवुड फिल्म नजर आएगी। लेकिन फिल्म इंटरवल के बाद एक नया मोड़ लेती है। कहानी में एक शानदार ट्विस्ट आता हैं, जो आपको चौंकाएगा। लेकिन वो ट्विस्ट क्या है, ये देखने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।क्या है अच्छाकहानी का क्लाइमेक्स अच्छा है। कुछ डायलॉग अच्छे हैं। संगीत अच्छा है।क्या है बुरा

कहानी पुराने ढर्रे की है। कहानी में नयापन बिल्कुल नहीं है। कुछ दृश्यों में हद से ज्यादा ओवर एक्टिंग और मेलो ड्रामा है। लांचिंग फिल्मों में एक परेशानी और आ जाती है कि निर्देशक पूरी तरह स्टार की लांचिंग पर ध्यान देते हैं और कहानी के साथ ऑनेस्ट नहीं रह पाते हैं। इस फिल्म में भी वह कमी नजर आई है।अदाकारीअहान ने प्रॉमिसिंग काम किया है। उन्होंने पहली फिल्म में अपना अंदाज अच्छे से दिखाया है। उन्हें हालांकि आगे चल कर खुद पर और मेहनत करने की जरूरत होगी। साथ ही अच्छी कहानी का चयन करना होगा। तारा को दमदार किरदार मिला है। लेकिन उनके काम में ग्लैमर कोशेंट अधिक नजर आया है। जबकि उन्हें सशक्त किरदार निभा सकती हैं। शेष कलाकारों ने औसत काम किया है।वर्डिक्टट्रेजिक लव स्टोरी जिन्हें पसंद आती है, उन्हें पसंद आएगी।

Posted By: Satyendra Kumar Singh