वो भारतीय क्रिकेटर जिसने खुद पढ़ी अपनी मौत की खबर, आज भी हैं जीवित
कानपुर। भारत के पूर्व क्रिकेटर सैयद आबिद अली का जन्म 9 सितंबर 1941 को हैदराबाद में हुआ था। सैयद अली ने क्रिकेट करियर की शुरुआत हैदराबाद क्रिकेट टीम से की थी। साल 1959 में अली ने अपना पहला फर्स्ट क्लॉस मैच खेला था। हालांकि भारतीय क्रिकेट टीम में उनको जगह 1967 में मिली थी। क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, आबिद अली ने एडीलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था। इस मैच में अली ने बल्लेबाजी से कोई कमाल नहीं दिखाया मगर गेंदबाजी में उन्होंने 55 रन पर 6 विकेट लेकर अपनी प्रतिभा साबित कर दी थी।20 साल बाद होना चाहिए था जन्मकहते हैं आबिद अली जितने होनहार थे उन्हें उतनी पहचान नहीं मिली। अगर वह 20 साल बाद पैदा हुआ होते तो भारतीय क्रिकेट टीम का बड़ा सितारा बनते। दरअसल सैयद अली वनडे मैचों के लिए बने थे।
मगर जब तक वनडे मैचों की शुरुआत हुई अली का करियर खत्म होने को आ गया। 1974 में अली ने पहला वनडे मैच खेला था। उनके नाम 5 वनडे मैचों में 93 रन और 7 विकेट दर्ज है। वहीं टेस्ट क्रिकेट की बात करें तो इस ऑलराउंडर खिलाड़ी ने 29 मैचों में 1000 से ज्यादा रन और 47 विकेट अपने नाम किए।
अली ने बनाया था विजयी रनसाल 1971 में भारतीय टीम ने इंग्लैंड में मेजबान टीम के खिलाफ पहला टेस्ट मैच और सीरीज जीती थी। इस सीरीज में ओवल टेस्ट भारत ने अपने नाम किया था। इस निर्णायक मैच में सैयद अली ने विजयी रन लेकर भारत को जीत का स्वाद चखाया। टेस्ट क्रिकेट में सैयद ने कोई शतक तो नहीं लगाया लेकिन 6 अर्धशतक जरूर उनके नाम हैं।खुद पढ़ी मौत की खबरसैयद आबिद अली से जुड़ा एक किस्सा काफी रोचक है। साल 1990 के बात है जब सैयद अली की बॉईपास सर्जरी होनी थी। वह हॉस्पिटल में एडमिट थे। उनके साथी खिलाड़ी रहे फारुख इंजीनियर को पता नहीं कहां से खबर मिली कि सैयद अली इस दुनिया में नहीं रहे। फारुख ने अली के निधन की खबर मीडिया को दे दी। अगले दिन कुछ अखबारों में सैयद के दुनिया को अलविदा कहने की खबर छपी। अली ने अपनी मौत की खबर खुद न्यूजपेपर में पढ़ी। हालांकि जब वह जिंदा लौटकर आए तो सभी हैरान रह गए। फिलहाल अली अमेरिका में रहते हैं।1999 वर्ल्डकप में गांगुली का मैच देख रहा था यह बच्चा बड़ा होकर भारत के खिलाफ ही रन बना रहा
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