गलत चीजें इसलिए फैलती हैं क्योंकि सही चीजें बताने वाला कोई नहीं : स्वरा भास्कर
कानपुर। सोशल मीडिया यानि वो तमाम प्लैटफॉर्म्स जो आपको दुनिया के लोगों के साथ कनेक्ट करने, उनके साथ अपने थॉट्स शेयर करने और उनके थॉट्स जानने का मौका देते हैं। फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन की वकालत करने वालों के लिए यह एक परफेक्ट जरिया है। साथ ही आज तो ये बिजनेस प्रॉस्पेक्ट्स भी क्रिएट कर रहा है। इसके जरिए हम यूएस के प्रेसिडेंट को टैग कर, उनसे जो चाहे कह भी सकते हैं। इससे ज्यादा पॉवरफुल कम्यूनिकेशन टूल और क्या हो सकता है। लेकिन वो कहते हैं न कि पॉवर के साथ दो चीजें आती हैं।
एक रिस्पॉन्सिबिलिटी और दूसरा करप्शन और दुख की बात ये है कि इन सोशल प्लैटफॉर्म्स पर रिस्पॉन्सिबल और समझदार कम पर इररिस्पॉन्सिबल और घटिया लोग... ज्यादा हैं। ये यहां सिर्फ इसलिए हैं ताकि लोगों के बीच अपनी इमेज बना सकें कि लो मैं भी सोशल मीडिया पर हूं। इन लोगों को तो पता ही नही ́ कि ये कर क्या रहे हैं। ये पॉलिटिकल कमेंट्स करते हैं, किसी पार्टी की तारीफ तो किसी की बुराई, लोगों को गालियां देना और उनका मजाक उड़ाना इनके लिए रोज की बात है।
सोशल मीडिया समाज का हिस्सा
मेरे ख्याल से तो सोशल मीडिया एक इमैजिनेटिव वर्ल्ड बन गया है। एक ऐसी दुनिया जहां कोई कुछ भी कर सकता है। सबको सबकुछ करने की आजादी है।किसी के पहनावे पर तो किसी के स्टेटमेंट को बिना सोचे-समझे तोड़-मरोड़ कर पेश करना और लोगों को ट्रोल करना तो आज की डेट में आम बात हो गई है। कभी-कभी तो ऐसा लगता है कि जैसे ये जो ट्रोलर्स हैं वो एक जानवर की तरह हैं। उनका बिहेवियर ही ऐसा है कि वो सामने वाले को कुछ नहीं समझते। और ये उनकी सोच को साफ दर्शाता है कि उनका कोई व्यू प्वॉइंट है ही नहीं। सोशल मीडिया पर मौजूद लोग भी तो हमारे समाज का ही हिस्सा हैं तो जाहिर है कि अगर यहां गलत चीजें फ्लोट करेंगी तो उसका असर हमारे समाज पर भी पडे़गा। समाज में भी गंदगी फैलेगी।स्वरा भास्कर ने बताया उनकी ये क्वालिटी ही बन गई थी मुसीबतस्वरा भास्कर ने महिला-पुरुष के अंतर को लेकर कही ये बात, अब हो रहीं ट्रोल