हंगरी में छात्रों का टॉपलेस विरोध
एक अक्तूबर से लागू नए ड्रेस कोड के तहत छात्राओं के मिनी स्कर्ट और छात्रों के गहरे रंग के सूट पर पाबंदी लगा दी गई है.नया ड्रेस कोड कक्षा और परीक्षाओं के मद्देनज़र दक्षिण हंगरी की कापोसवार यूनिवर्सिटी के प्रमुख फेरेंक श्वाई ने लागू किया.गहरे मेकअप, फ़ैशन पर रोकनियमों के विरोध में दस छात्र-छात्राएं क्लास में टॉपलेस होकर गए.नए कोड के अनुसार छात्राओं को लंबे स्कर्ट या लंबे मोज़ों के साथ ब्लाउज़ और जैकेट पहनने होंगे जबकि उन्हें गहरे खुले गले के परिधानों, गहरे मेकअप और अनावश्यक फ़ैशन सामग्रियों से बचना होगा.फ्लिप-फ्लॉप्स (एक तरह की चप्पल), बिखरे बालों और नाखूनों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है.रुढ़िवादी होने का आरोपछात्रों ने इन रूढिवादी नियमों पर एतराज़ करने के साथ शिकायत की कि यूनिवर्सिटी गर्मियों के लिए नियम बनाने में नाकाम रही है.
क्लास में अंडरवियर विरोध जताने से पहले इन छात्र-छात्राओं ने पूरे कपड़ों में एक ग्रुप फ़ोटो भी खिंचाई.कापोसवार यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर लिखे स्लोगन में ''चमकीले, जोशपूर्ण और कैंपस में सक्रिय जीवन'' के लक्ष्य को प्रोत्साहित किया गया है.