तो क्या जिंदगी से थककर भय्यू महाराज ने छोड़ दी दुनिया, इस सुसाइड नोट में तो यही बयां किया
आत्महत्या की वजह फिलहाल स्पष्ट नहीं
इंदौर (पीटीआई)। आध्यात्मिक गुरु भय्यू महाराज की मौत की खबर सुनकर हर कोई हैरान है। लोगों को कुछ पलों के लिए यकीन नही होता है कि आखिर वह ऐसा कैसे कर सकते हैं। उनकी मौत की खबर मिलते ही उनके समर्थकों और अनुयायियों में शोक छा गया। भय्यू महाराज ने मंगलवार दोपहर मध्य प्रदेश के इंदौर स्थित अपने घर में खुद को गोली मार ली। पुलिस पारिवारिक विवाद व कर्ज सहित अन्य बिंदुओं पर जांच कर रही है। आत्महत्या की वजह फिलहाल स्पष्ट नहीं है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक मंगलवार दोपहर को उनके मकान में धमाके की आवाज आई।
भय्यू महाराज के घर से मिला सुसाइड नोट
धमाके की आवाज सुन वहां मौजूद समर्थक उनके बेडरूम में पहुंचे। जब वह वह वहां नहीं मिले तो बेटी के कमरे की ओर दौड़े। कमरा भीतर से बंद था। ऐसे में उसे तोड़कर सभी भीतर पहुंचे। कमरे के भीतर भय्यू महाराज बींस बैग पर बैठे थे। उनकी दायीं कनपटी से खून बह रहा था। पास में रिवॉल्वर पड़ी थी। तुरंत बॉम्बे हॉस्पिटल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया।हादसे के बाद दोपहर में डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र सहित वरिष्ठ पुलिस अफसर भय्यू महाराज के घर पहुंचे। इस दौरान उनके घर से एक सुसाइड नोट मिला है। इससे साफ है कि वह काफी परेाशान थे।
सुसाइड नोट में भय्यू महाराज ने लिखी ये बातें
डीआईजी के मुताबिक यहां मिले सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा है- 'मैं फेडअप हो गया हूं, इसलिए छोड़कर जा रहा हूं। आश्रम, संपत्ति संबंधी जो भी आर्थिक मामले हैं, उन्हें विनायक देखेगा। कुछ लाइनों में यह भी लिखा कि कोई उनकी पारिवारिक जिम्मेदारियां निभाए।परिवारिक सूत्रों के अनुसार कुछ देर पहले ही मां ने पूछा था-भय्यू ने खाना खाया या नहीं। बता दें कि भय्यू महाराज की पहली पत्नी माधवी का नवंबर 2015 में निधन हो गया था।उन्हें पहली पत्नी से एक बेटी भी थी। इसके बाद उन्होंने 30 अप्रैल 2017 को मध्य प्रदेश के शिवपुरी की डॉ. आयुषी के साथ दूसरी शादी की थी।
राज्यमंत्री का दर्जा लेने से कर दिया था इंकार
भय्यू महाराज के निधन पर मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज ने दुख जताया। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भय्यू जी महाराज के अवसान से उन अनगिनत लोगों को व्यक्तिगत क्षति हुई है, जिन्हें अपने आध्यात्मिक ज्ञान से जीवन जीने की राह दिखाई। उनके कामों को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। उनके निधन से देश ने संस्कृति, ज्ञान और सेवा की त्रिवेणी को खो दिया।मप्र सरकार सरकार ने कुछ माह पहले भय्यू महाराज को राज्यमंत्री का दर्जा देने का ऐलान किया था। हालांकि उन्होंने इससे इंकार कर दिया था।अन्ना हजारे, मोदी के अनशन तुड़वाए भय्यू महाराज हाईप्रोफाइल व्यक्ति माने जाते थे।
भय्यू महाराज ने पढ़ाई के बाद मॉडलिंग भी की थी
वर्ष 2011 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का अनशन तुड़वाने के लिए भी भय्यू महाराज को बुलाया गया था। भय्यू महाराज ने पढ़ाई के बाद मॉडलिंग भी की थी। प्रवचन देने के साथ ही वह लेख, कविता भी लिखते थे और भजन भी गाते थे। भय्यू महाराज के आश्रम या घर मप्र के मुख्यमंत्री, गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री व वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख, लता मंगेशकर, उद्धव ठाकरे, राज ठाकरे, आशा भोंसले, अनुराधा पौडवाल, फिल्म अभिनेता मिलिंद गुणाजी जैसी मशहूर हस्तियां आ चुकी हैं।