जोशीमठ नरसिंह मंदिर में पूजा अर्चना का कार्य पूरा हो गया है और इसके बाद आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी तेल कलश व मुख्य पुजारी रावल बदरीनाथ धाम के लिए रवाना हो गए हैं। बदरीनाथ धाम के कपाट जल्द खुलने वाले हैं।

चमोली (एएनआई)। बद्रीनाथ मंदिर के दर्शन के लिए निर्धारित तिथि से पहले बुधवार को जोशीमठ के नरसिंह मंदिर में आयोजित पूजा अर्चना पूर्ण हो गई। इसके बाद यात्रा बद्रीनाथ धाम के लिए रवाना हो गई है।

जोशीमठ में हुई पूजा

आज जोशीमठ के नरसिंह मंदिर में गाडू घड़ा यानि गादु तेल का घड़ा और आदि शंकराचार्य की गद्दी की पूजा और अन्य समारोह किए गए, जिसके बाद मंदिर के मुख्य पुजारी रावल पांडुकेश्वर के लिए रवाना हो गए । कल पांडुकेश्वर में योग ध्यान बद्री मंदिर में भी विशेष समारोह आयोजित किया जाएगा, जिसके बाद भगवान बद्रीनाथ, उद्धव और कुबेर की मूर्तियां बद्रीनाथ मंदिर के लिए रवाना होंगी। 15 मई को बद्रीनाथ मंदिर के कपाट खोले जाएंगे।

15 मई को खुलेंगे कपाट

अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि बद्रीनाथ मंदिर के कपाटों को फिर से खोलने के अवसर पर केवल 27 लोगों को उपस्थित रहने की अनुमति दी जाएगी। उप-मंडल मजिस्ट्रेट (एसडीएम), जोशीमठ ने बताया कि भक्तों को उस दौरान मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। ये फैसला CoVid-19 महामारी के बीच केंद्र द्वारा जारी दिशानिर्देशों के मद्देनजर लिया गया है। 15 मई को प्रातः 4.30 बजे बदरीनाथ मंदिर के कपाट खुलने पर भगवान का अभिषेक किया जायेगा।

Posted By: Molly Seth