आपकी टोन ठीक नहीं...कहकर भड़कीं जया बच्चन तो जवाब में जगदीप धनखड़ बोले, मुझे मत सिखाओ, जानें क्यों हुई नोकझोंक
कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। राज्यसभा अध्यक्ष जगदीप धनखड़ और समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन के बीच शुक्रवार को उच्च सदन में तीखी नोकझोंक हुई, जिसके बाद विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया। अभिनेत्री से नेता बनीं जया ने उपराष्ट्रपति धनखड़ पर उनका अपमान करने का आरोप लगाया। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी समेत विपक्षी नेताओं ने स्पीकर के व्यवहार के खिलाफ बच्चन के विरोध में उनका समर्थन किया। रिपोर्ट के मुताबिक आज दोपहर राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ द्वारा 'जया अमिताभ बच्चन' के आह्वान को दोहराए जाने पर जया बच्चन ने फिर से आपत्ति जताई। सासंद जया बच्चन ने सभापति जगदीप धनखड़ की टोन पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि आपका बोलने का लहजा ठीक नहीं है। मैं एक्टर हूं और बॉडी लैंग्वेज समझती हूं। आपका टोन ठीक नहीं है, इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस पर राज्यसभा के अध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने भी जवाब दिया आप सेलिब्रिटी हैं तो क्या हुआ? मुझे मत सिखाओ।
#WATCH | On her exchange of words with Rajya Sabha Chairman Jagdeep Dhankhar, Samajwadi Party MP Jaya Bachchan says, "...I objected to the tone used by the Chair. We are not school children. Some of us are senior citizens. I was upset with the tone and especially when the Leader… pic.twitter.com/rh8F35pHsM
— ANI (@ANI)राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के साथ अपने शब्दों के आदान-प्रदान पर समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने कहा, "...मैंने अध्यक्ष द्वारा इस्तेमाल किए गए लहजे पर आपत्ति जताई। हम स्कूली बच्चे नहीं हैं। हममें से कुछ वरिष्ठ नागरिक हैं। मैं उनके लहजे से परेशान थी और खासकर जब विपक्ष के नेता बोलने के लिए खड़े हुए, तो उन्होंने माइक बंद कर दिया। आप ऐसा कैसे कर सकते हैं? आपको विपक्ष के नेता को बोलने की अनुमति देनी होगी...मेरा मतलब है कि हर बार असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल करना, जो मैं आप सभी के सामने नहीं कहना चाहती जैसे कि आप एक उपद्रवी हैं, 'बुद्धिहीन'। उन्होंने कहा कि आप एक सेलिब्रिटी हो सकते हैं, मुझे परवाह नहीं है। मैं उनसे परवाह करने के लिए नहीं कह रही हूं। मैं कह रही हूं कि मैं संसद की सदस्य हूं। यह मेरा पांचवां कार्यकाल है। मैं जानती हूं कि मैं क्या कह रही हूं। इन दिनों संसद में जिस तरह से बातें की जा रही हैं, वैसा पहले कभी किसी ने नहीं बोला। मैं चाहती हूं कि वह माफी मांगे ।