SA vs India last T20: प्रतिष्ठा और क्लीन स्वीप की शर्मिंदगी से बचने के लिए मैदान में उतरेगा भारत
भारत के लिए दोहरी जंग है ये मैच
टी-20 सीरीज का फैसला हो चुका है। दक्षिण अफ्रीकी टीम 2-0 से अजेय बढ़त ले चुकी है और अब उसकी निगाहें क्लीन स्वीप के साथ जीत की लय बरकरार रखने पर होंगी। जबकि भारत तीसरा व अंतिम टी-20 मैच न सिर्फ प्रतिष्ठा के लिए खेलेगा, बल्कि इसे जीतकर पांच मैचों की वनडे सीरीज के लिए मनोबल जुटाने की भी कोशिश करेगा। ईडन गार्डेंस हमेशा टीम इंडिया के लिए भाग्यशाली रहा है, लेकिन हर मैच नया होता है और फैसला टीमों के उस दिन के प्रदर्शन पर निर्भर करता है। टीम इंडिया के कप्तान महेंन्द्र सिंह धौनी के सामने सबसे बड़ी चुनौती है मैदान पर उतरने वाले सही एकादश का चयन। पिछले मैच में अजिंक्य रहाणे के बदले अंबाती रायुडू को मौका देने को लेकर माही को काफी आलोचना का शिकार होना पड़ा था। ईडन में रहाणे को एक बार फिर पैड बांधे देखा जा सकता है।
रोहित से है उम्मीद
सीरीज हारने पर भी मेजबान टीम के खाते में बहुत सी सकारात्मक चीजें हैं। सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा शानदार फॉर्म में हैं। धर्मशाला में शतक जडऩे के बाद पिछले मैच में वह दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हो गए थे, लेकिन अपने पसंदीदा ग्राउंड में वह कहर बरपा सकते हैं। इसी मैदान में उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ वनडे में रिकॉर्ड 264 रन बनाए थे। शिखर धवन से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। निगाहें हालांकि विराट कोहली पर होंगी। लोग कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के धीमे पड़ते बल्ले को भी गरजते देखना चाहता है। सुरेश रैना भी काफी खतरनाक साबित हो सकते हैं।
अश्विन को पकड़े रहने होगी लय
भारत के लिए एक अच्छी बात यह भी है कि स्पिनर आर अश्विन अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं। क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप के सबसे खतरनाक बल्लेबाज एबीडी विलियर्स को वह इस सीरीज में दो बार आउट कर चुके हैं। ईडन पर अमित मिश्रा कारगर साबित हो सकते हैं। अब देखना है कि अक्षर पटेल और हरभजन सिंह को लेकर धौनी की क्या रणनीति रहती है।
जोश में है द अफ्रीकी टीम
वहीं दूसरी ओर अफ्रीकी टीम बेहद मजबूत और संतुलित नजर आ रही है। टीम के प्रदर्शन में यह साफ झलका भी है। टीम में एबी डीविलियर्स, डेविड मिलर, हाशिम अमला, जेपी डुमिनी और कप्तान फाफ डु प्लेसिस के रूप में उम्दा बल्लेबाज हैं। डुमिनी पार्ट टाइम स्पिनर के रूप में भी अच्छी भूमिका अदा कर रहे हैं। इमारान ताहिर भी अपनी फिरकी गेंदबाजी का लोहा मनवा चुके हैं। एल्बी मोर्केल अपनी तेज गेंदबाजी से विकेट झटकने के साथ ही आखिरी ओवरों में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से तेजी से रन बटोर सकते हैं।