अब सेट टॉप बॉक्स बदलने का झंझट खत्म!
टेलीकॉम उपकरण की तरह होगा सेट टॉप बॉक्सकेबल प्रोवाइडर्स को और डीटीएच प्रोवाइडर्स को ट्राई के इस कदम के तकनीकी व्यवहार्यता पर संदेह हैं। उन्हें लगता है कि ऐसा करना मुमकिन नहीं है और इसको करने में काफी तकनीकी दिक्कतें आएंगी। लेकिन ट्राई का कहना है कि उसको ऐसा नहीं लगता है और उसने इस पर काम करना भी शुरू कर दिया है। ट्राई के चेयरमैन सेवक शर्मा ने एक अंग्रेजी अखबार से बात करते हुए बताया कि कंपनी का विचार है कि वो इस डिवाइस को एक दूरसंचार उपकरण की तरह बनाए।ग्राहक को होती है परेशानी
फिलहाल उपभोक्ताओं को सर्विस ऑपरेटर बदलने के लिए सेट टॉप बॉक्स बदलने की चिंता करनी पड़ती है। ऐसी परेशानी ग्राहकों को तब भी होती है जब उनका केबल टीवी प्रोवाइडर बदल जाता है। ट्राई के चीफ आर एस शर्मा का कहना है कि ऐसा इंटर ऑपरेबल सेट टॉप बनाकर वो उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा देना चाहते है और बॉक्स बदलने के झंझट को खत्म करना चाहते है। उनका कहना था कि ऐसा करने से सर्विस प्रोवाइडर का सेट टॉप बॉक्स से एकाधिकार खत्म हो जाएगा और सेट टॉप बॉक्स सर्विस प्रोवाइडर से बंधा हुआ नहीं होगा। ट्राई ने इस पर काम करना शुरू कर दिया है और जल्द ही बाजार में ये सेवा उपलब्ध हो जाएगी।सर्विस प्रोवाइडर्स का विरोधडिश टिवी के मैनेजिंग डायरेक्टर जवाहर गोयल का कहना है कि विभिन्न सर्विसेस के लिए एक कॉमन बॉक्स का होना तकनीकि रूप से संभव नहीं है। ऐसा तब ही संभव है जब एक मोबाइल हैंडसेट की तरह इसमें दोनों तरफ से संचार हो। हमारा व्यवसाय एक तरफा संचार टेक्नोलॉजी पर बेस्ड है और इसमें ऐसी तकनीक लाना संभव नहीं है। वहीं होम डिजिटल नेटवर्क के हेड विक्की चौधरी का भी कहना है कि टेक्निकली ये संभव नहीं है और ऐसा पूरी दुनिया में कहीं भी प्रैक्टिस नहीं होता। ट्राई का ऐसा सेट टॉप बॉक्स बनाना कंटेंट सिक्यारिटी का उल्लंघन कहलाएगा।