Solar Eclipse 2021 Live streaming: जानें कहां और कैसे देख सकते हैं सूर्यग्रहण, यह है ऑनलाइन देखने का तरीका
कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Solar Eclipse 2021 Date, Timings नासा की वेबसाइट के अनुसार, 10 जून को एक वलयाकार सूर्य ग्रहण हो रहा है, जो कुल 3 मिनट 51 सेकंड की अवधि तक चलेगा। वलयाकार ग्रहण एक आंशिक ग्रहण है, और सूर्य के केवल एक हिस्से पर ही छाया दिखाई देगी। आइए जानते हैं 10 जून को लगने वाले सूर्य ग्रहण के बारे में सबकुछ।
एक वलयाकार सूर्य ग्रहण क्या है?सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है, और कुछ क्षेत्रों के लिए आंशिक रूप से या पूरी तरह से सूर्य के प्रकाश को रोक देता है। पूर्ण सूर्य ग्रहण में, चंद्रमा कुछ क्षेत्रों के लिए सूर्य के प्रकाश को पूरी तरह से रोक देता है, यही कारण है कि ग्रहण के चरम के दौरान, आसमान में अंधेरा छा जाता है।
10 जून का वलयाकार सूर्य ग्रहण कहाँ दिखाई देगा?
कनाडा, ग्रीनलैंड और उत्तरी रूस के कुछ हिस्सों में रिंग ऑफ फाॅयर ग्रहण का अनुभव होगा। दुनिया के अन्य हिस्सों में, लोगों को सूर्य की सतह के हिस्से पर केवल एक अंधेरा छाया होगा, जो कि आंशिक ग्रहण है। उन्हें 'रिंग ऑफ फायर' देखने को नहीं मिलेगा। जिन क्षेत्रों में आंशिक ग्रहण दिखाई देगा, वे पूर्वी संयुक्त राज्य अमेरिका, उत्तरी अलास्का के साथ-साथ कनाडा और कैरिबियन, यूरोप, एशिया और उत्तरी अफ्रीका के कुछ हिस्सों में हैं।
नासा के अनुसार, इनमें से कई स्थानों पर ग्रहण सूर्योदय से पहले, उसके दौरान और उसके तुरंत बाद होगा। वलयाकार ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, हालांकि कुछ रिपोर्टों में दावा किया गया है कि यह अरुणाचल प्रदेश जैसे पूर्वी राज्यों में दिखाई देगा। हालाँकि, नासा के एनीमेशन के अनुसार ऐसा प्रतीत नहीं होता है। भारत में पूरी तरह से ग्रहण नहीं दिखेगा। ऑनलाइन देख सकते हैं
भारत के लोगों को इस सूर्यग्रहण का अनुभव नहीं मिलेगा। मगर वह चाहें तो ऑनलाइन देख सकते हैं। ऑनलाइन देखने के लिए आप नासा की वेबसाइट पर जा सकते हैं। वलयाकार सूर्य ग्रहण का समय क्या है?
2021 का यह सूर्य ग्रहण दोपहर 01:42 बजे (IST) से शुरू होगा और शाम 6.41 बजे तक जारी रहेगा। सबसे बड़े ग्रहण पर वलयाकार ग्रहण की अवधि लगभग 3 मिनट 51 सेकंड होगी।
क्या आंखों की सुरक्षा के बिना कुंडलाकार या आंशिक ग्रहण देखना सुरक्षित है?
सूर्य ग्रहण को सीधे देखना सुरक्षित नहीं है। नासा का कहना है कि यह आंशिक और कुंडलाकार ग्रहणों के लिए भी सही है। जो लोग सूर्य ग्रहण देख रहे हैं उन्हें पूरे ग्रहण के दौरान "सूर्य को देखने या ग्रहण का चश्मा" पहनना चाहिए, खासकर यदि कोई सूर्य का सामना करना चाहता है।