नींद में सेक्स और खाने की लत
ये हैरानगी की बात तो कतई नहीं है. अब ब्रिटेन को ही लीजिए. वहां के मेंटल हेल्थ फ़ांउडेशन के अनुसार ब्रिटेन के तीस प्रतिशत लोग नींद से संबंधित किसी न किसी बीमारी के शिकार हैं.
आप सोच रहे होंगे कि आख़िर लोग नींद में कौन-सी अजोबीगरीब हरकतें करते हैं.एसएमएसऔर चूँकि मोबाइल आने के बाद एसएमएस का चलन भी बढ़ा है तो ज़ाहिर उनका दखल सपनों में होगा.
भई आपका फ़ोन भी तो तकिए के पास ही होता होगा. क्या आपने कभी ऐसा किया है?भोजनकुछ लोग सुबह उठकर अपने किचन को काफ़ी अस्त-व्यस्त पाते हैं. नींद में चलने वाले ये लोग हैरान होते होंगे लेकिन ये तो उन्हीं का करा-धरा होता है.नींद में चलकर रसोई घर तक पहुंचने में कुछ मुँह में डाल लेना एक बड़ी समस्या नहीं है. इसे डॉक्टर नॉक्टर्नल ईटिंग सिंड्रोम कहते है.
ज्यादा मुश्किल मामलों में, कुछ लोग खाना तक बना लेते हैं. ऐसे मामले में वे नींद से जगे होते हैं लेकिन उन्हें ये याद नहीं होता कि वे क्या कर चुके हैं.नींद में चलने की बीमारी के बारे में जानकारी बढ़ने के साथ ऐसे लोग भी क्लीनिक का दरवाज़ा खटखटाने लगे हैं.नींद में सांस लेना बंद करने की बीमारी को ऑब्सट्रक्टिव एपनोआ कहते हैं.
कितनी नींद है ज़रूरीइंसान- 5 से 11 घंटेअजगर- 18 घंटेबिल्ली- 12.1 घंटेभेंड- 3.8 घंटेजिराफ़- 1.9 घंटेजानकार कहते हैं कि इस मर्ज का संबंध मोटापे से है.इस हालात में लोग ज़ोर-ज़ोर से खर्राटे भी मारते हैं.बीबीसी के एक कार्यक्रम के लिए टेस्ट का हिस्सा बने पॉल एस्बुरी कहते हैं कि वो कभी-कभी नींद में 26 सैंकड तक सांस लेना बंद कर देते हैं.पॉल एस्बुरी ने कहा, “जब मुझे ये बताया गया तो मैं डर गया. मुझे तो लगा कि मुझे सिर्फ़ खर्राटे मारने की आदत है लेकिन जाहिर है कि हालात काफ़ी गंभीर हैं.”पैरासोमनियाइसके अलावा नींद से जुड़ी एक और समस्या से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ी है. आप गहरी नींद में होते हैं और अचानक आपको लगता है कि आपके दिमाग में जोरदार धमाका हुआ है और आप अचानक से उठ जाते हैं. इसे हेड सिंड्रोम कहा जाता है.
इससे पीड़ित लोगों को ऐसा लगता है कि पास में कोई बड़ा धमाका हुआ है, या फिर जोरदार बिजली गरजी है या फिर किसी ने फ़ायरिंग की है. इसमें कोई दर्द तो नहीं होता लेकिन इससे लोग व्यथित हो जाते हैं. अमूमन लोग भागकर खिड़की तक पहुंच कर झांक कर देखते हैं कि धमाका कहां हुआ या आवाज़ क्यों आयी.ऐसा क्यों होता है और उस वक्त हमारे दिमाग में क्या कुछ चल रहा होता है, इसके बारे में रहस्य बना हुआ है. इस पहलू पर ज़्यादा शोध अध्ययन नहीं हुए हैं. इसकी अहम वजह तो यही है कि इसको लेकर आंकड़ों को एकत्रित करना एक मुश्किल काम रहा है.वैसे क्या आपने कभी नींद के दौरान कुछ अजीब हरकत की है?