पुलिस भर्ती में सीने पर SC-ST लिखे जाने के मामले ने पकड़ा तूल, इन नेताओं ने की PMO से जांच कराने की मांग
सांसद सुप्रिया सुले ने भी इस मामले पर ट्वीट कियामुंबई (प्रेट्र)। मध्य प्रदेश में पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती में मेडिकल टेस्ट के दौरान उम्मीदवारों के सीने पर जाति SC-ST लिखे जाने को लेकर राजनीति तेज हो गई है। इस मामले को लेकर शरद पवार का कहना है कि मध्य प्रदेश में पुलिस भर्ती में उम्मीदवारों के सीने पर उनकी जाति वर्ग लिखना बेहद शर्मनाक है। वहीं एनसीपी की सांसद सुप्रिया सुले ने भी इस मामले पर ट्वीट किया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि'यह तो बेहद ही शर्मनाक है। भाजपा शासित राज्य में पुलिस भर्ती के दौरान उम्मीदवारों के सीने पर एससी , ओबीसी और एसटी लिखा गया है। इतना ही उन्होंने इस तरीके को असंवेदनशील करार दिया। इसके साथ ही इसकी कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस मामले की जांच प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को चाहिए। गृहमंत्री ने इस मामले को लेकर जांच के आदेश दिए
बतादें कि बीते शनिवार पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती में जिला मेडिकल बोर्ड ने मेडिकल टेस्ट के दौरान उम्मीदवारों के सीने पर उनकी जाति लिख दी थी। इसमें स्केच पेन से अनुसूचित जाति के लिए "SC" अनुसूचित जनजाति के लिए "ST" और सामान्य के लिए "G" लिख था। ऐसे में जाति लिखे उम्मीदवारों की तस्वीरें न्यूज पेपर में आने के बाद ही सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो मामले ने तूल पकड़ा। लोग इस कृत्य का विरोध करने लगे। ऐसे में इस मामले की जानकारी होते ही राज्य के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने इस मामले को लेकर ट्वीट किया और जांच के आदेश दिए थे। वहीं इस पूरे मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र सिंह का कहना है कि डिप्टी एसपी रैंक के अधिकारी इस मामले की जांच कर रहे हैं।