Shane warne death: स्पिन के जादूगर के ये 5 मैच हमेशा किए जाएंगे याद, जिसमें बाॅल ऑफ द सेंचुरी भी शामिल
सिडनी (एपी)। ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज गेंदबाज शेन वार्न का शुक्रवार को निधन हो गया। वह 52 साल के थे। स्पिन के जादूगर के निधन से क्रिकेट जगत में शोक की लहर दौड़ गई। हर कोई वार्न से जुड़ी यादों को ताजा कर रहा है। वैसे तो वार्न के करियर में कई यादगार मैच हैं। आइए कुछ चुनिंदा मैचों पर नजर डालते हैं।
कोलंबो कमबैक, 1992
माइक गैटिंग की "बॉल ऑफ द सेंचुरी" से पहले कोलंबो में वार्न ने चमत्कार किया था और विश्व क्रिकेट में अपना परचम लहराया। जीत के लिए 181 रनों का पीछा करते हुए, श्रीलंका का स्कोर 127-2 पर था। सभी को लगा कि श्रीलंका यह मैच आसानी से जीत लेगी तभी गेंदबाजी के लिए आए ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर जिन्होंने मैच की आखिरी 13 गेंदों में 3 विकेट लेकर मैच कंगारु टीम की तरफ मोड़ दिया। इस स्पेल से पहले वार्न ने अपने करियर में सिर्फ 1 विकेट लिया था मगर इस मैच के बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
वेस्ट इंडीज को किया तबाह, 1992-93
सीरीज के पहले टेस्ट में वार्न को टीम में जगह नहीं मिली मगर जब दूसरे मुकाबले में मैदान में उतरे तो वार्न ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर दूसरी पारी में 7 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया को वेस्टइंडीज के खिलाफ जीत दिलाई। अपने प्रिय एमसीजी घरेलू मैदान पर वार्न ने 56 टेस्ट विकेट लिए।
वार्न एक जादुई स्पिनर थे। यही वजह है कि 1993 में फेंकी गई उनकी एक गेंद 'बाॅल ऑफ द सेंचुरी' कही जाती है। इंग्लैंड में एक टेस्ट मैच में वार्न गेंदबाजी करने आए और पहली ही गेंद ऐसी डाली जिसने इतिहास रच दिया। सामने थे दाएं हाथ के बल्लेबाज माइक गैटिंग। वार्न ने गेंटिंग के लेगे साइड की तरफ गेंद फेंकी जो टर्न लेकर इस तरह घूमी की बल्लेबाज को गच्चा दिया, साथ ही ऑफ स्टंप भी ले उड़ी। इस गेंद ने सबको हैरत में डाल दिया था। हैट्रिक, 1994-95
ब्रिस्बेन के गाबा में पहले टेस्ट में 8 विकेट लेने के बाद वार्न ने एमसीजी में अपनी शानदार हैट्रिक पूरी की जब उन्होंने फिल डेफ्रीटास, डैरेन गफ और डेवोन मैल्कम को लगातार तीन डिलीवरी के साथ पवेलियन भेजा। वॉर्न ने 27 विकेट के साथ श्रृंखला समाप्त की।
700वां विकेट, 2006-07
रिटायरमेंट से पहले वार्न ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज सीरीज में 700वां विकेट लिया था। वार्न एंड्रयू स्ट्रॉस को बोल्ड कर 700 टेस्ट विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बने थे और ऑस्ट्रेलिया को इतिहास में सिर्फ दूसरा 5-0 एशेज स्वीप पूरा करने में मदद की। उन्होंने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड की विदाई से पहले क्रिकेट के सभी फाॅर्मेट में 1,000 अंतरराष्ट्रीय विकेट भी लिए।