शाहिद को मिली सिर्फ एक हफ्ते की पैटरनिटी लीव
शाहिद कपूर ने कहा, 'मेरे प्रोजेक्ट्स लंबी छुट्टी पर जाने की अनुमति नहीं दे रहे। 2016 में मीशा के जन्म के समय मैंने कुछ महीनों का अवकाश लिया था। इस बार भी मैं ज्यादा छुट्टी चाहता था। मैंने मेकर्स से एक महीने की छुट्टी की बात की, पर मुझे केवल एक हफ्ते का ही अवकाश मिला।' शाहिद कपूर हर क्षेत्र में पितृत्व अवकाश दिए जाने की वकालत करते हैं। साथ ही उनका मानना है कि इस मामले में अभिनेता अन्य फील्ड के कर्मचारियों की तुलना में थोड़े ज्यादा खुशकिस्मत होते हैं। बकौल शाहिद, 'मैं एक सेल्फ एंप्लॉयड व्यक्ति हूं, तो मुझे कुछ ज्यादा स्वतंत्रता है। मैं अपनी सुविधा के अनुसार अवकाश ले सकता हूं। किसी खास मौके पर मैं काम नहीं करना चाहता तो मैं ऐसा कर सकता हूं, पर हर किसी के साथ ऐसा नहीं होता।'
जिंदगी का आनंद उठाना भी जरूरी शाहिद ने स्वीकारा कि नवजात शिशु के लगातार डाइपर बदलना, बच्चे की देखभाल के लिए रातों को जागना ऐसी चीजें हैं, जो थकाती नहीं, बल्कि रिफ्रेश कर देती हैं। शाहिद ने कहा, 'मुझे काम का पैशन है, पर मीरा और मीशा के जिंदगी में आने के बाद काम के साथ-साथ वे भी मेरी प्राथमिकता हो गए हैं।' शाहिद ने कहा, 'मैं 15 साल की उम्र से काम कर रहा हूं। मेरी मां नीलिमा अजीम एक सिंगल पैरेंट थीं तो मुझे उस समय लगता था कि मुझे उनकी मदद के लिए खूब पैसा कमाना है। मैंने ऐसा किया भी, पर वक्त के साथ-साथ मुझे एहसास हो गया कि जिंदगी का आनंद उठाना भी जरूरी है। आपको अपने काम के लिए ईमानदार होने के साथ अपने परिवार को भी समय देना चाहिए।' ये भी पढ़ें: बटला हाउस एनकाउंटर पर बनेगी फिल्म, 50 दिन में पूरी होगी शूटिंग