पुलवामा हमले के 5 दिन बाद सेना में भर्ती होने के लिए उमड़े देश भक्त कश्मीरी युवा
कानपुर।हाल ही में हुए पुलवामा टेरर अटैक में 41 सीआरपीएफ जवानों की शहादत के बाद से पूरे देश में गुस्से और गम का माहाैल है। कश्मीर में भी हालात काफी गंभीर हैं। कई इलाकों में यहां तनाव है। इस सबके बावजूद यहां सेना की भर्ती चल रही है। इस दाैरान कश्मीरी युवा देशभक्ति के जज्बे और जोश से भरे दिखे। यहां पर बारामूला इलाके में 111 पदों पर भर्ती के लिए सेना आवेदकों का टेस्ट ले रही है। एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक ऐसे में 111 पदों पर भर्तियों के लिए करीब 2500 कश्मीरी युवा टेस्ट देने पहुंचे। वे यहां घंटों लाइन में खड़े इंतजार कर रहे थे। उनकी लंबी-लंबी कतारें देखकर साफ लग रहा था कि उनके दिलों में भी देशभक्ति का जज्बा किसी मायने में कम नही है।
देश और परिवार को सुरक्षा प्रदान करना चाहते
इस दैरान यहां पर एक कैंडिडेट ने कहा कि हम आर्मी ज्वाइन करके अपने देश और परिवार को सुरक्षा प्रदान करना चाहते हैं। घाटी में रोजगार के अवसर काफी मुश्किल से मिलते हैं। वहीं एक और कैंडीटेड ने कहा कि हम लोग कश्मीर के बाहर नहीं जा सकते हैं। यह हमारे में एक बड़ा माैका है। हम दुआ करते हैं कि हमें ऐसे ही अवसर मिलते रहें। अगर कश्मीरी सैनिक की कहीं सेंसटिव एरिया में पोस्टिंग की जाती है तो वे वहां के लोगों से बात करके वहां की क्राइसिस को डील करेंगे। हाल ही के दिनों में कई राज्यों में कश्मीरी छात्रों पर आ रही हमलों की घटनाएं सामने आई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पुलवामा अटैक के बाद से लगभग 300 कश्मीरी छात्र अपने गृहराज्य लौट आए हैं।
पुलवामा टेरर अटैक ने पूरे देश को झकझोर दिया
बता दें कि बीती 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा सीआरपीएफ के काफिले पर हुए फिदायीन हमले में 41 जवान शहीद हुए हैं। इस हमले के शहीदों में उत्तर प्रदेश से 12 व राजस्थान से पांच, पंजाब से चार और उत्तराखंड से तीन जवान हैं। इनके अलावा शहीद होने वालों में असम से एक, बिहार से दो, हिमाचल प्रदेश से एक, जम्मू और कश्मीर से एक आदि जवान शामिल हैं। इतने बड़े पुलवामा टेरर अटैक ने पूरे देश में सबको झकझोर कर रख दिया। यह हमला जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी आदिल अहमद ने विस्फोटक कार के जरिए किया था। इसके बाद देश में कई इलाकों में कश्मीरी छात्रों को निशाना बनाए जाने की खबरें सामने आने लगी थी।