झारखंड के गांव में सात ग्रामीणों की नृशंस हत्या, नक्सलियों पर संदेह
क्या है जानकारी
बताया जा रहा है कि इस घोर नक्सल प्रभावित इलाके में संचार का कोई भी माध्यम मौजूद नहीं है. इस पूरे मामले को लेकर जिला पुलिस अधीक्षक भीमसेन टूटी ने बताया कि गांव से सात ग्रामीणों के मारे जाने की सूचना मिली है. वहीं जानकारी देते हुये उन्होंने यह भी कहा कि अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं की जा सकी है. उनका कहना है कि पुलिस मौके पर पहुंचने के बाद ही साफ तौर पर कुछ कह सकती है.
डीआईजी ने दी जानकारी
जानकारी देते हुये रांची रेंज के डीआईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि उन्हें घाघरा के बंदगांव जंगल में पांच से सात शवों के होने की सूचना मिली है. ये सभी सातों लोग किसी और जगह के बताये जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि घटना के पीछे नक्सलियों का हाथ हो सकता है. घटना के जमीनी विवाद से जुड़े होने को लेकर उनसे सवाल पूछने पर उन्होंने कहा कि हां ऐसा हो भी सकता है कि ये घटना जमीनी मसलों को लेकर हुई हो.
क्या बताया ग्रामीणों ने
मौके पर मौजूद घटनास्थल के आसपास के ग्रामीणों ने जानकारी देते हुये बताया कि उन्हें चटकदांग जंगल की ओर से गोलियां चलने की आवाज तो सुनाई दी, लेकिन किसकी, कितनी और किस तरह से ये हत्याएं हुई हैं, इसकी सूचना अभी तक नहीं मिली है. बताते चलें कि छह महीने पहले भी इसी गांव में नक्सलियों ने चार ग्रामीणों को मौत के घाट उतारा था.