भारतीय क्रिकेट टीम में जंबो नाम से मशहूर दिग्गज लेग स्पिनर अनिल कुंबले का आज बर्थडे है। 17 अक्‍टूबर 1970 को बंगलौर में जन्‍में अनिल ने स्पिन गेंदबाजी को भारतीय टीम में एक खास भूमिका दिलाई। शायद इसीलिए आज कुंबले का नाम देश ही नहीं दुनिया के बड़े स्‍पिनरों में लिया जाता है। ऐसे में आइए इस विशेष दिन पर जाने क्रिकेट के इस महान सितारे के जीवन की ये खास 5 बातें...


13 साल की उम्र: कभी बचपन में शहर की छोटी गलियों में खेलने वाले अनिल कुंबले 13 साल की उम्र में ही ‘यंग क्रिकेटर्स’ नाम के क्लब से जुड़ गए। इसके बाद उनका यह सफर धीरे धीरे मंजिल की ओर चल पड़ा।फस्ट क्लास डेब्यू:  अनिल कुंबले का फस्ट क्लास डेब्यू हैदराबाद के खिलाफ 1989 में हुआ था। इस दौरान इन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था। जिससे इसके बाद ही उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ अंडर 19 टीम में खेलने का मौका मिला।पद्म भूषण से सम्मानित: बेहतर क्रिकेट खेलने के लिए उन्हें 1995 में अर्जुन अवार्ड के रूप में दिया गया था। इसके बाद 2005 में उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है।जंबो बुलाने लगे:
अनिल कुंबले का ‘कुंबले’ सरनेम उनके केरला नाम के एक गांव के नाम पर रखा था। कुंबले की हाइट काफी अच्छी है। इसलिए उन्हें लोग उन्हें ‘जंबो’ के नाम से बुलाते हैं। अनिल को आज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद में विशेष स्थान प्राप्त हैं।मैकेनिकल इंजीनियर:


अनिल कुंबले ने नेशनल कॉलेज बसावनागुडी से पढाई की। उन्होंने 1992 में राष्ट्रीय विद्यालय कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से मैकेनिकल इंजीनियरिंग पूरी की है। वह क्रिकेटर होने के साथ ही मैकेनिकल इंजीनियर भी हैं।

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Posted By: Shweta Mishra