भारतीय शेयर बाजार लगातार तीसरे दिन हरे निशान पर बंद हुए। शुक्रवार को सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में एक परसेंट से ज्यादा तेजी रही और यह अपने तीन महीने के उच्च स्तर पर बंद हुए।

मुंबई (पीटीआई)। सेंसेक्स और निफ्टी शुक्रवार को एक प्रतिशत की तेजी के साथ तीन महीने के उच्च स्तर पर बंद हुए। बाजार में लगातार तीसरे दिन तेजी देखने को मिली। बीएसई बैरोमीटर 712.46 अंक या 1.25 प्रतिशत उछलकर 57,570.25 पर बंद हुआ। 25 अप्रैल के बाद यह सबसे उच्च स्तर पर क्लोज हुआ है। दिन के दौरान, यह 761.48 अंक तक पहुंच गया था। मगर बाजार बंद होते-होते थोड़ी मुनाफावसूली हुई।

बाजार के लिए सकारात्मक
नेशनल स्टाॅक एक्सचेंज का निफ्टी सूचकांक 228.65 अंक या 1.35 प्रतिशत की तेजी के साथ 17,158.25 पर बंद हुआ, जिसके 43 शेयर हरे रंग में बंद हुए। विश्लेषकों ने कहा कि बेहतर तिमाही नतीजों, एफआईआई की लिवाली और यूएस फेड द्वारा ब्याज दरों में आक्रामक बढ़ोतरी को कम करने की उम्मीद से निवेशकों की धारणा मजबूत हुई। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज में मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, "भारत में, बाजार के लिए बड़ी सकारात्मक बात यह है कि एफआईआई अपनी बिक्री को काफी कम कर रहे हैं और यहां तक ​​कि इस महीने 8 दिनों के लिए खरीदार भी बन रहे हैं। वित्तीय प्रदर्शन का अपेक्षित प्रदर्शन अच्छा रहा है। पहली तिमाही के परिणाम इस खंड के लिए संभावनाओं में सुधार का संकेत देते हैं।"

टाटा स्टील में 7.27 फीसदी की बढ़त
टाटा स्टील 7.27 फीसदी की छलांग लगाकर सेंसेक्स में सबसे बड़ा गेनर बनकर उभरा। सन फार्मा 5.45 फीसदी, बजाज फिनसर्व 2.64 फीसदी, इंडसइंड बैंक 2.52 फीसदी, एशियन पेंट्स 2.38 फीसदी और इंफोसिस 2.12 फीसदी उछले। वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज में 2.1 प्रतिशत की तेजी आई। बजाज फाइनेंस, विप्रो, एनटीपीसी, भारती एयरटेल, नेस्ले, एमएंडएम, टीसीएस और एचडीएफसी बैंक सेंसेक्स के 25 लाभ पाने वालों में से थे।

धातु में सबसे अधिक तेजी
दूसरी ओर, डॉ रेड्डीज सबसे अधिक 3.96 प्रतिशत गिरे जबकि कोटक बैंक, एसबीआई, आईटीसी और एक्सिस बैंक भी गिरावट के साथ बंद हुए। बीएसई के सभी क्षेत्रीय सूचकांक हरे रंग में समाप्त हुए, जिसमें धातु सबसे अधिक 4.59 प्रतिशत चढ़ी, इसके बाद ऊर्जा (2.41 प्रतिशत), मूल सामग्री (2.30 प्रतिशत), तेल और गैस (2.21 प्रतिशत), आईटी (1.71 प्रतिशत), टेक (1.68 फीसदी) और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स (1.47 फीसदी) रहे।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari