ये रॉकेट साइंस नहीं है। बल्‍िक स्‍वस्‍थ भोजन खाइए स्‍मोकिंग से दूरी रहिए और हो जाइए जिंदगी का असली मजा लेने के लिए पूरी तरह से फिट। इसके बावजूद एक्‍पर्ट्स एक स्‍वस्‍थ लाइफस्‍टाइल को पाने के लिए कुछ सात साधारण से स्‍टेप्‍स को फॉलो करने की सलाह देते हैं। नई स्‍टडी के अनुसार वो लोग जिन्‍होंने एक्‍सपर्ट्स की बताई हुई इस सलाह को माना है उन्‍होंने अपने हार्ट रिस्‍क को लगातार कम होते पाया है। इन स्‍टेप्‍स में आपको जरूरत पड़ेगी अपने ब्‍लड प्रेशर को मैनेज रखने कैलेस्‍ट्रॉल लेवल पर लगातार नजर रखने ब्‍लड शुगर का कम करने एक्‍टिव रहने स्‍वस्‍थ डाइट लेने वजन कम करने और स्‍मोकिंग को छोड़ने की।


ऐसा कहते हैं एक्सपर्ट अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के एक्सपर्ट्स कहते हैं कि इस साधारण प्लान को फॉलो करके लोग हार्ट अटैक और हार्ट स्ट्रोक के रिस्क को बिल्कुल खत्म कर सकते हैं। एक नई रिसर्च में ये पाया गया है कि वह लोग जो इन स्टेप्स को फॉलो करते हैं, उन्होंने लंबे समय के लिए हॉर्ट पंपिंग के फेल होने के रिस्क को खत्म कर दिया। रिसर्च में ये आया सामने
रिसर्च में ये भी खुलकर सामने आया है कि करीब तीन करोड़ से ज्यादा लोग हर साल हार्ट फेल होने के कारण सफर करते हैं। एक बार अगर किसी को हार्ट फेल होने से संबंधित दिक्कत हो गई तो, जीवन भर उसको उन्हीं कंडीशंस के साथ जीना पड़ता है। इससे दूर रहने के लिए ये कुछ ट्रीटमेंट्स हैं जो हर किसी के लिए इफेक्टिव हो सकता है। मिनेसोटा विश्वविद्यालय के डॉ. हारून फोलसोम, जो इस स्टडी का हिस्सा नहीं हैं, वह कहते हैं कि हार्ट फेल को कम करने के तरीके कम हैं, लेकिन ये वाकई प्रभावशाली हैं।बोस्टन विवि के वैज्ञानिक करते हैं ऐसा


बोस्टन विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक बीते 12 सालों से 3,201 लोगों को फॉलो करते आए हैं। इनकी उम्र लगभग 59 साल के करीब पाई गई है। स्टडी के अनुसार इनमें से करीब 188 लोगों में हृदय से संबंधित दिक्कतों का विकास होने लगा है। AHA के कैलकुलेटर पर इनमें हार्टफेल होने का रिस्क 23 प्रतिशत और भी बढ़ गया है। AHA ने कहा कि सिर्फ रिस्क फेक्टर्स को ट्रीट करना ही काफी नहीं है, बल्िक एक बार शरीर में रिस्क के विकसित हो जाने के बाद उससे डील करने के बारे में भी सोचना होगा। चेकलिस्ट में होता है साफ ऐसे में AHA के चेकलिस्ट भी अब ये कहती है कि सावधानी ही सबसे अच्छी स्ट्रेटजी है। हालांकि हर कोई इन सातों तरीकों को पूरी तरह से फॉलो नहीं कर पाता, खासतौर पर डाइट की सतर्कता को। डॉ. फोलसोम कहते हैं कि पढ़े-लिखे लोग हमेशा स्वस्थ व्यवहार को प्रमोट करते नजर आते हैं। ऐसा कहना है डॉक्टर का मिनेसोटा में मेयो क्लीनिक की डॉक्टर वेरोनिक रोजर बताती हैं कि ऐसे वातावरण में जहां फिजिकल एक्टिविटीज़ आसान हों और असंतुलित फुड प्रोडक्ट्स पर लगाम लगाकर स्वस्थ जीवन को न्योता दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि स्वस्थ व्यवहार को फॉलो करके हेल्थ केयर वर्ल्ड की बाउंड्रीज़ को पार किया जा सकता है।inextlive from Health Desk

Posted By: Ruchi D Sharma