Saturday रहा है सचिन के लिये lucky day
अपने टेस्ट करियर का हाइएस्ट स्कोर और 50वाँ शतक संडे को बनाने वाले बनाने वाले सचिन तेंडुलकर के लिए शतकों के लिहाज से वीकेंड्स के दोनों दिन स्पेशली सैटरडे बेहद खास रहा है.तेंडुलकर ने संडे को सेंचुरियन में 50वाँ शतक जड़कर इसे क्रिकेट हिस्ट्री का ‘सुपरसंडे’ बना दिया था, लेकिन इस महान बल्लेबाज ने अपने सर्वाधिक 11 टेस्ट शतक सैटरडे के दिन पूरे किए हैं. या यूँ कहें कि वीकेंड्स के दोनों दिन और उसके बाद मंडे तेंडुलकर के लिये बेहद लकी है.
तेंडुलकर ने 19 तारीख को अपना 50वां शतक पूरा किया. यह तारीख हमेशा उनके लिए खास रही है. उन्होंने इस तारीख को कुल चार शतक लगाए हैं. इसके अलावा रिकॉर्डों के बादशाह ने तीन, चार और 28 तारीख को भी चार-चार शतक ठोके हैं. चार जनवरी और 20 मार्च दो ऐसी तिथियाँ हैं जिनमें तेंडुलकर ने दो अलग-अलग वर्षों में सैकड़े जमाए. तेंडुलकर ने 1989 में टेस्ट क्रिकेट में शुरूआत की थी और उन्होंने अपना पहला शतक 14 अगस्त 1990 को इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में मंगलवार के दिन पूरा किया था. इसके बद केवल 1991, 1995, 2003 और 2006 ही ऐसे साल रहे जबकि तेंडुलकर ने कोई शतक नहीं जमाया.
उनके लिए सबसे बुरा वर्ष 2003 रहा जब उन्होंने पाँच मैच में 17.00 की औसत 153 रन बनाए थे. इसके बाद 2006 वर्ष को वह कभी याद नहीं करना चाहेंगे क्योंकि तब वह आठ टेस्ट मैच में 24.27 की औसत से 267 रन ही बना पाए थे.तेंडुलकर के लिए चेन्नई का एमए चिदंबरम स्टेडियम और नागपुर का विदर्भ क्रिकेट संघ का स्टेडियम भाग्यशाली रहे हैं, जहाँ उन्होंने पाँच-पाँच शतक जमाए हैं. इसके अलावा उन्होंने कोलंबो सिंहलीज स्पोर्ट्स क्लब ग्राउंड पर चार शतक तथा अहमदाबाद, ढाका और सिडनी में तीन-तीन शतक लगाए हैं.