दुनिया की नंबर एक युगल खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने कल ‘क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया’ की मानद आजीवन सदस्यता ग्रहण कर ली है। इस दौरान कल उन्‍होंने अपने नए खेल मिशन पर बयान दिया। 2016 के रियो ओलिंपिक में मिक्स्ड डबल्स के लिए अपने पार्टनर वह खुद चुनेंगी क्‍योंकि यह काम काफी कठिन है। इसके अलावा उन्‍होंने यह भी साफ कर दिया कि ओलिंपिक उनके लिए एक टूर्नामेंट जैसा ही है।


हर खेल का महत्ववर्ल्ड नंबर वन महिला डबल्स टेनिस स्टार और खेल रत्न अवार्ड से सम्मानित सानिया मिर्जा ने कल कल ‘क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया’ की मानद आजीवन सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान वह पत्रकारों से भी रूबरू हुई। जिसमें उन्होंने अपने आगामी 2016 के रियो ओलिंपिक में मिक्स्ड डबल्स के बारे में कई बातें साझा की। दुनिया की नंबर एक युगल खिलाड़ी सानिया मिर्जा का कहना था कि वह ओलिंपिक को खेलना शानदार मानती है लेकिन ऐसा भी नहीं कि रियो ओलिंपिक की तैयारी में वह टूर्नामेंट खेलना ही कम कर दें। हर खेल का अपनी अपनी जगह महत्व है। वह ओलिंपिक को भी एक टूर्नामेंट जैसा ही मानती हैं। ऐसा तो नही है कि ओलिंपिक पदक मिलने न मिलने से जिंदगी रूक जाएगी या फिर उसके बाद उन्हें खेलना ही नहीं है।पार्टनर का फैसला
इतना ही नहीं इस दौरान सानिया का यह भी कहना था कि 2016 के रियो ओलिंपिक में मिक्स्ड डबल्स के लिए अपने पार्टनर अभी मिली नहीं हैं। उसकी तलाश्ा जारी है क्योंकि यह काम काफी कठिन है। इसलिए काफी स्थिरता से किया जा रहा है। हालांकि साथ ही उनका कहना थ्ज्ञा कि वह पार्टनर का फैसला खुद करेंगी। इसके साथ ही उन्होंने अपनी पार्टनर रह चुकी हिंगिस, वेस्नीना, कारा ब्लैक और मार्टिना की जमकर तारीफ की। उनका कहना था कि था इन खिलाड़ियों ने उनके साथ मैदान पर काफी अच्छे से खेला है। उनके खेलने की कला को वह काफी सम्मान देती हैं।

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Posted By: Shweta Mishra