'द कश्मीर फाइल्स' देखने के बाद संतों ने पीएम मोदी से घाटी में मांगी जमीन , कश्मीर में फिर से जीवित करना चाहते हैं वैदिक परंपरा
इंदौर (एएनआई)। इंदौर में भाजपा नेता दीपक जैन ने बुधवार को दो सिनेमाघरों की बुकिंग की और 100 साधुओं के साथ फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' देखी। फिल्म देखने के बाद संतों ने घाटी में जमीन मांगी है जिससे वह फिर से वहां वैदिक परंपराओं को स्थापित कर सकें। एक महामंडलेश्वर राधे राधे बाबा ने कहा कि "कश्मीर भगवान कश्यप की भूमि है और भगवान शंकराचार्य की पूजा की जगह है। वैदिक काल में, कश्मीर को पंडितों के नाम से जाना जाता था।"छात्रों के लिए भी होनी चाहिए विशेष स्क्रीनिंग
महामंडलेश्वर राधे राधे बाबा ने कहा कि कश्मीर में वैदिक परंपराओं को खत्म करने के लिए, कश्मीरी पंडितों के साथ दुर्व्यवहार किया गया था। जिसे नई पीढ़ी को जानना चाहिए। साथ ही पीएम मोदी को आर्टिकल 370 को खत्म करने के लिए धन्यवाद किया और कश्मीर में संतों को जमीन देना का भी अनुरोध किया। उन्होनें राज्य और केंद्र सरकार से भी छात्रों के लिए विशेष स्क्रीनिंग की मांग की। जिसे पहले सेंसर बोर्ड बैन कर देता था
एएनआई से बात करते हुए दीपक जैन ने कहा कि आज हमने महामंडलेश्वर और संतों के साथ कश्मीरी पंडितों के साथ दुर्व्यवहार पर बनी फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' देखी। साथ ही बताया कि फिल्म में कश्मीरी पंडितों के नरसंहार की हकीकत को दिखाया गया है। 2014 के बाद हमारा देश और बॉलीवुड फिल्म निर्माताओं की सोच बदल रही है। वे अब ऐसी देश के प्रति िफल्म बना रहें हैं जिसे पहले सेंसर बोर्ड बैन कर देता था। कई राज्यों में फिल्म है टैक्स फ्री विवेक अग्निहोत्री के निर्देशन में बनी फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को 11 मार्च को रिलीज किया गया था। फिल्म में अनुपम खेर, मिथुन चक्रवर्ती, पल्लवी जोशी, दर्शन कुमार और अन्य सितारे हैं।साथ ही उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, त्रिपुरा, कर्नाटक, गोवा, हरियाणा, गुजरात और मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों ने फिल्म को टैक्स फ्री कर दिया है।