फल्म के शुरू होने से पहले ही आपको उसको लेकर एक अच्छी फीलिंग होती है. एक बहुत ही दमदार स्क्रिप्ट गजब का डायरेक्शन और एक्टर्स की जबरदस्त परफॉर्मेंस से सजी ये फिल्म कम से कम क्लासिक कहलाने की हकदार है.

साहिब (जिमी शेरगिल) एक राजा है जो अपना सब कुछ खो चुका है, और इस वजह से अपना खर्च पूरा करने के लिए कई क्रिमिनल एक्टिविटीज में इंवॉल्व हो जाता है.

ऊपर से उसे अपनी सौतेली मां (जिसे उसके पिता का सारा पैसा विरासत में मिला है) से पैसे लेने पड़ते हैं. इससे भी ऊपर वह अपने राइवल से पॉवर गेम हारता जा रहा है. ये सारे फैक्टर्स उसकी सेल्फ इस्टीम को नुकसान पहुंचाते हैं. उसकी मिस्ट्रेस महुआ और वफादार नौकर वक्त वक्त पर उसे ईगो बूस्ट देते रहते हैं.


बीवी के रोल में हैं माही गिल, जो थोड़ा मेंटली इम्बैलेंस है और अपने हसबैंड की अटेंशन पाने की कोशिश करती रहती है. वहीं हैंडसम लेकिन बहुत ही कांफिडेंट बबलू (रणदीप हूड्डा) का अपना एक क्लियर एजेंडा है. उसका एजेंडा और मिशन माही गिल के प्यार में बेकार हो जाते हैं.

फिल्म के कुछ डायलॉग्स इतने जोरदार हैं कि इनके राइटर जोरदार शाबाशी (और अवॉड्र्स) के हकदार हैं. डायरेक्टर तिगमांशु धूलिया व्यूअर्स की अटेंशन को एक पल के लिए भी हटने नहीं देते. रणदीप हुड्डा ने बहुत जोरदार एक्टिंग की है. वह शायद ऐसे कुछ और रोल के हकदार हैं.

जिमी शेरगिल भी काफी अच्छे रहे हैं. हालांकि माही गिल गजब के बोल्ड सींस होने के बाद भी अपनी एक्टिंग स्किल्स नहीं दिखा पाई हैं. वह हॉट लगी हैं लेकिन उनकी परफॉर्मेंस एवरेज है.जहां तक फिल्म के सुपरहीरो की बात है, वो है इसकी स्क्रिप्ट और  बेहतरीन डायलॉग्स.

Posted By: Garima Shukla