क्रिकेट के भगवान की एक और मिसाल
अपनी खेलभावना का एक और नमूना पेश करते हुए चैम्पियन बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर कल वेस्टइंडीज के खिलाफ विश्व कप के आखिरी लीग मैच के दौरान अंपायर के नाट आउट करार दिये जाने के बावजूद मैदान छोड़कर चले गए जबकि आस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग ने एक अन्य मैच में इसके उल्टा व्यवहार किया .भारत और वेस्टइंडीज के बीच मैच के दौरान सभी की नजरें तेंदुलकर पर थी जो 100वां अंतरराष्ट्रीय शतक बनाने की दहलीज पर खड़े हैं लेकिन दो रन बनाकर वह पवेलियन लौट गए. तेंदुलकर ने सिर्फ चार गेंद खेली और तेज गेंदबाज रवि रामपाल की गेंद पर विकेट के पीछे डेवोन थामस को कैच थमा बैठे. अंपायर के फैसले का इंतजार किये बिना वह पवेलियन लौट गए. अंपायर ने नाट आउट का इशारा किया था.
वहीं पाकिस्तान के खिलाफ कोलंबो में खेले गए मैच में पोंटिंग 19 रन बना चुके थे जब आफ स्पिनर मोहम्मद हाफिज की गेंद पर उन्होंने विकेटकीपर कामरान अकमल को कैच थमा दिया. मैदानी अंपायर मरियस इरास्मस ने आस्ट्रेलियाई कप्तान को नाट आउट करार दिया जिस पर पाकिस्तान ने रिव्यू मांगा जो सफल रहा. पोंटिंग ने बाद में कहा कि उनका बल्ला गेंद से लगा था लेकिन अपने कैरियर में हमेशा उन्होंने अंपायर के फैसले का इंतजार किया है.
उन्होंने कहा ,‘‘ इसमें कोई शक नहीं कि बल्ला लगा था. लेकिन हमेशा मैं अंपायर के फैसले का इंतजार करता हूं.’’