रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जेल में बंद पूर्व उद्योगपति मिखाइल ख़दूरकोफ्स्की को क्षमा देने के निर्णय पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. रूसी अधिकारियों ने ये जानकारी दी है.


रूस के मुताबिक मानवता के सिद्धांतों के आधार पर मिखाइल ख़दूरकोफ्स्की को क्षमा दी गई है.व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को कहा था कि पूर्व तेल उद्योगपति ने अपनी माँ की सेहत का हवाला देते हुए दया याचिका की थी.ख़दूरकोफ्स्की एक दशक से हिरासत में थे. उन्हें विपक्षी पार्टियों को चंदा देने के बाद चोरी के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था.क्रेमलिन की ओर से प्रकाशित दस्तावेज़ के मुताबिक़ राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद क्षमा देने वाला आदेश प्रभाव में आ जाएगा.हालाँकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि उत्तर-पश्चिमी रूस के करेलिया इलाक़े की जेल में बंद 50 वर्षीय ख़दूरकोफ्स्की को कब रिहा किया जाएगा.एक सुरक्षा सूत्र का हवाला देते हुए इंटरफेक्स न्यूज़ एजेंसी ने ख़बर दी है कि उन्हें रिहा किया जा चुका है.


रूस के सांसदों के करीब 20 हज़ार क़ैदियों को क्षमा देने के प्रस्ताव का समर्थन करने के बाद पूर्व उद्योगपति मिखाइल ख़दूरकोफ्स्की को रिहा किया जा रहा है.हैरानख़ोदोरकोवस्की रूस के सबसे अमीर व्यक्ति रह चुके हैं. उन्होंने पुतिन के राजनीतिक विरोधियों को चंदा दिया था.ख़दूरकोफ्स्की को माफ़ी दिए जाने संबंधी राष्ट्रपति पुतिन के गुरुवार को आए बयान ने विश्लेषकों को हैरत में डाल दिया था.

हालाँकि अपनी वेबसाइट पर ख़दूरकोफ्स्की के अधिवक्ता ने कहा है कि क्षमा याचिका की गई थी या नहीं इस बारे में वे कोई टिप्पणी नहीं कर सकते हैं.अपने समय की तेल की बड़ी और अब बंद पड़ी कंपनी युकोस के मालिक मिखाइल ख़दूरकोफ्स्की लगातार कहते रहे थे कि वे क्षमा याचना नहीं करेंगे क्योंकि ये अपना दोष स्वीकार करने के बराबर होगा. ख़दूरकोफ्स्की एक समय रूस के सबसे अमीर व्यक्ति थे.अज्ञात सूत्रों के हवाले से कोमरसेंट अख़बार ने शुक्रवार को लिखा कि ख़दूरकोफ्स्की ने अपने ख़िलाफ़ तीसरा मामला शुरू किए जाने की चेतावनी के बाद क्षमा याचना करने का फ़ैसला लिया.ख़दूरकोफ्स्की की माँ मरीना के हवाले से इंटरफेक्स न्यूज़ एजेंसी ने लिखा, "मुझे अब भी कुछ नहीं पता है. मुझे सभी जानकारी सिर्फ़ मीडिया से मिल रही है. फिलहाल यह सब मैं टीवी पर ही देख रही हूँ."इससे पहले मरीने ने बीबीसी रूसी सेवा को बताया था कि उन्हें अपने बेटे की क्षमा याचिका करने के बारे में कोई जानकारी नहीं है.बुधवार को रूस की संसद द्वारा पारित क्षमा प्रस्ताव के दायरे में कम से कम 20 हज़ार क़ैदी आएंगे.

Posted By: Subhesh Sharma