Russian Ukraine Crisis : यूक्रेन ने मारियुपोल में चलाया 'कॉम्बेट मिशन' , लोगों की बचाई जा रही जान
कीव (एएनआई)। पूर्वी यूक्रेन का एक प्रमुख शहर मारियुपोल है। मारियुपोल में फरवरी के अंत में युद्ध की शुरुआत के बाद से शहर में बड़े पैमाने पर तबाही हुई है। हालांकि युद्ध में फंसे कई नागरिकों को पहले ही निकाला जा चुका है। यूक्रेनी मिलिट्री स्टेटमेन्ट में कहा गया है कि मारियुपोल के गैरीसन शहर ने सौंपे गए लड़ाकू मिशन को पूरा कर लिया है। साथ ही कहा कि हाईएस्ट मिलिट्री कमान ने अज़ोवस्टल में स्थित यूनिट के कमांडरों को कर्मियों के जीवन को बचाने के लिए एक आदेश जारी किया है।स्टीलवर्क्स प्लांट में तैनात कर्मियों को बचाने का दिया आदेश
यूक्रेन के जनरल स्टाफ ऑफ आर्म्ड फोर्स ने एक बयान में कहा कि शहर के बड़े अज़ोवस्टल स्टीलवर्क्स प्लांट में तैनात यूनिट के कमांडरों को अपने कर्मियों के जीवन को बचाने का आदेश दिया गया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने सोमवार को कहा कि यूक्रेन को यूक्रेन के अलाइव हीरोज की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा कि हमारी रक्षा का 82 वां दिन समाप्त हो रहा है। यह कठिन दिन था। लेकिन लेकिन इस दिन भी अन्य सभी दिन की तरह, हमारे देश और हमारे लोगों को बचाने का उद्देश्य ही है। रशिया टुडे के मुताबिक सोमवार को 'सरेंडर' का पहला चरण पूरा हो गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि नोवोज़ोव्स्क के एक अस्पताल में अब 53 घायल सैनिक हैं और येलेनोव्का में 211 सैनिक हैं, जो दोनों डोनेट्स्क पीपुल्स रिपब्लिक का हिस्सा हैं।देश को ग्लोबल फाइनेंस सिस्टम कर दिया है बाहररूसी रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि आसपास के इलाके में युद्धविराम लागू कर दिया गया है। साथ ही घायल यूक्रेनी सैनिकों को डोनेट्स्क के नोवोआज़ोवस्क में एक चिकित्सा सुविधा में ले जाने के लिए एक मानवीय कॉरिडोर खोला गया है। पिछले महीने, शहर में यूक्रेनी लड़ाकों ने घिरे होने के बावजूद "अंत तक लड़ने" की कसम खाई थी। रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन में एक "स्पेशल मिलिट्री ऑप्रेशन" शुरू किया, जिसे पश्चिम ने एक अनुचित युद्ध करार दिया है। पश्चिमी देशों ने सामूहिक रूप से मास्को पर प्रतिबंध लगाया है, और देश को ग्लोबल फाइनेंस सिस्टम से बाहर कर दिया है।