क्रीमिया के रूस में विलय के बाद पहली बार राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन क्रीमिया पहुंचे हैं.


मार्च महीने में रूस ने क्रीमिया को यूक्रेन से अलग करके अपना हिस्सा घोषित कर दिया था, पुतिन ने अपने दौरे में सेवास्तोपोल बंदरगाह पर नाविकों को संबोधित किया है.1945 में नाज़ियों पर रूस की विजय की याद में ये समारोह आयोजित किया गया था.दूसरी ओर, यूक्रेन की सरकार ने पुतिन के इस दौरे का विरोध किया है और कहा है कि ‘’ये यूक्रेन की संप्रभुता का उल्लंघन’’ है.पुतिन का कहना था कि रूस की 'मज़बूत इच्छाशक्ति के कारण ही यूरोप में लोगों को गुलामी से बचाया जा सका था.रूस की सरकारी टीवी के अनुसार रेड स्कवायर पर 20 साल में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में लोग जमा हुए थे.


उल्लेखनीय है कि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जब जर्मनी ने रूस पर आक्रमण किया था तो उसमें यूक्रेन भी शामिल था. इसके बाद 1954 में क्रीमिया यूक्रेन के प्रशासन में आ गया था.सोवियत संघ के विघटन के बाद रूस ने क्रीमिया में अपनी सैन्य मौजूदगी बनाए रखी. क्रीमिया की अधिकतर आबादी अपने आप को रूस से जोड़कर देखती है.

इस साल रूस समर्थक राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच को पद से हटाए जाने क बाद यूक्रेन में पैदा हुई अराजक स्थितियों के दौरान रूस की सेना ने क्रीमिया को अपने नियंत्रण में ले लिया है.

Posted By: Satyendra Kumar Singh