रूस ने सीरिया के रासायनिक हथियारों को लेकर संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव पर जीत हासिल करने के लिए अमेरिका पर उसे ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है. प्रस्ताव के तहत समझौते का पालन करने में विफल रहने पर अमेरिका ब्रिटेन और फ्रांस सीरिया के खिलाफ प्रतिबंध या सैन्य कार्रवाई चाहते हैं. समझौते के तहत सीरिया अपने रासायनिक हथियारों को अंतरराष्ट्रीय निगरानी में देने को सहमत हुआ है.


सब चाहते हैं कि असद पद छोड़ देंमॉस्को में चैनल वन को दिए साक्षात्कार में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि सीरिया के रासायनिक हथियारों को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव पर जीत के लिए अमेरिकी साझेदारों ने कहा है कि अगर रूस ने प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया तो हम ऑर्गनाइजेशन फॉर द प्रोहिबिशन ऑफ केमिकल वेपंस (ओपीसीडब्ल्यू) में काम करना बंद कर देंगे. हेग स्थित ओपीसीडब्ल्यू सीरिया के रासायनिक हथियारों को नष्ट करने का काम देख रही है. लावरोव ने कहा, वे सब चाहते हैं कि असद पद छोड़ दें. वह सिर्फ खुद को श्रेष्ठ साबित करने में रूचि रखते हैं, सीरिया में रासायनिक हथियारों की समस्या को सुलझाने में नहीं. ओपीसीडब्ल्यू ने शनिवार को कहा था कि सीरिया ने अपने रासायनिक हथियारों की सूची उसे सौंप दी है. सीरियाई राष्ट्रपति ने चीन के सरकारी टीवी को दिया साक्षात्कार
सीरियाई राष्ट्रपति ने चीन के सरकारी टेलीविजन सीसीटीवी को दिए साक्षात्कार में कहा कि हम प्रस्तावित मसौदे से चिंतित नहीं हैं. चीन और रूस सीरिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई टालने का कोई न कोई रास्ता निकाल लेंगे. असद ने कहा,‘अपनी आजादी के बाद से ही सीरिया उन संधियों के प्रति वचनबद्ध है जिस पर उसने हस्ताक्षर किए हैं. हमने जिस बात के लिए सहमति दी है उसका हम सम्मान करेंगे.’ दमिश्क में रूसी दूतावास में मोर्टार गिरा, तीन घायलसीरिया में रूसी दूतावास परिसर में गिरे एक मोर्टार से तीन लोग घायल हो गए. रूस के विदेश मंत्रालय की ओर से रविवार को कहा गया कि 22 सितंबर को दमिश्क के पास माजेह में विद्रोहियों ने गोलीबारी की और एक मोर्टार रूसी दूतावास परिसर में फटा. इसमें दूतावास के तीन कर्मी घायल हो गए. घटना की जांच की जा रही है. मंत्रालय के मुताबिक हमले के बाद दूतावास में सुरक्षा के अतिरिक्त प्रबंध करने पर विचार किया जा रहा है. पहली बार दूतावास परिसर हमले का शिकार हुआ है.

Posted By: Satyendra Kumar Singh