हाल ही में पाक के साथ एक सैन्य सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद कल रूस ने कहा है कि‍ वह कभी ऐसा कुछ नहीं करेगा जो भारत के सुरक्षा हितों के लिए ‘नुकसानदेह’ हो. उसने यह भी कहा कि इस समझौते से पाकिस्तान को तत्काल किसी रक्षा उपकरण की आपूर्ति नहीं करने वाला है. रूस भारत को समय के साथ परखा हुआ साझीदार मानता है.इसलिए नई द‍िल्‍ली की कीमत पर कोई र‍िश्‍ता नहीं कायम करेगा.


भारत पुराना दोस्त हैरूस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन के कल होने वाले भारत दौरे से पहले भारत में रूस के राजदूत अलेक्सांद्र कदाकिन ने सैन्य और राजनीतिक रिश्तों पर सफाई देते हुए कहा कि भारत भी पाकिस्तान के साथ अपने संबंधों को सुधारने का प्रयास कर रहा है और अगर उनका देश भी इस कोशिश में है तो इसमें कोई बुराई नहीं,लेकिन इस्लामाबाद के साथ उसके संबंध भारतीय हितों के खिलाफ नहीं होंगे क्योंकि रूस की भारत से इतर पाकिस्तान के साथ संबंधों को विकसित करने की कोई मंशा नहीं है. रूस भारत का पुराना रणनीतिक साझीदार और पुराना दोस्त है तथा ये रिश्ते उनके अन्य देशों के साथ संबंधों की शर्त पर नहीं होंगे.जब भारत ने मना कर दिया
कदाकिन ने कहा कि रूस अपने व्यावसायिक हित देखता है लेकिन उसकी अपनी राजनीतिक प्राथमिकताएं भी हैं.अगर रूस के पाकिस्तान के साथ अच्छे संबंध होंगे तो उसके लिए अपने प्रभाव का सकारात्मक इस्तेमाल करना आसान होगा.उन्होंने अपने बयान में यह भी कहा कि पाकिस्तान एमआई-35 हेलीकॉप्टर मांग रहा है, जब कि भारत को इन हेलीकॉप्टरों को बेचने की पेशकश की गई थी लेकिन उसने मना कर दिया. ऐसे में अगर भारत हमसे कोई चीज नहीं खरीद रहा है तो क्या हम उसे दूसरे देशों को नहीं बेच सकते.हालांकि रूस ने पाकिस्तान के साथ जो समझौता किया है उसके तहत तत्काल कोई आपूर्ति नहीं होगी.

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Posted By: Satyendra Kumar Singh