यूक्रेन में युद्ध रोकने के लिए दोनो देशों ने आज फिर से बातचीत करना तय किया जो इस्तांबुल में होगी। बताते चलें कि दोनो देशों में पिछले एक महीने से संघर्ष चल रहा है। जिसके बाद जेलेंस्की मास्को की मांग पर न्यूट्रल रहने के लिए सहमत हो गए।


लीव (एपी)। राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने सोमवार देर रात को कहा कि यूक्रेन की सेना ने कीव के नार्थ-वेस्ट में इरपिन को रूसी सैनिकों से वापस ले लिया। उन्होंने देश से एक रैली करने की मांग की थी। जेलेंस्की ने एक विडियो जारी करते हुए कहा कि हमें अभी भी लड़ना है और हमें सहना है। हम अभी अपनी भावनाओं को व्यक्त नहीं कर सकते। हम जले नहीं हैं इसलिए और उम्मीदें नहीं बढ़ा सकते। इस्तांबुल में होने वाली बातचीत से मास्को ने न्यूट्रल रहने की मांग की, जिसे जेलेंस्की ने स्वीकार किया साथ ही वो डोनबास के लिए समझौता करने को तैयार है। देश में युद्ध के माहौल को देखते हुए इरपिन के मेयर ने कहा कि उन्होंने शहर के बहुत भयानक सीन देखे हुए हैं, जिन्हें इस समय रुस के सैनिकों से आजाह कराया गया हैं। न्यूट्रल होने के लिए तैयार जेलेंस्की
रूस ने कहा कि यूक्रेन नाटो में शामिल होने की उम्मीद को छोड़ दे। जेलेंस्की ने बोला कि अगर यूक्रेन कोई सौदा करेगा तो बदले में उसे अपनी सुरक्षा की गारंटी चाहिए। वह न्यूट्रल होने के लिए सहमत हैं। यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता भी शक से परे है। जिसके साथ डोनबास को लेकर समझौता हो सकता है। तुर्की मीडिया ने बताया कि यूक्रेनी नेता ने सुझाव दिये हैं, लेकिन शायद ही कभी इतने बड़े पैमाने पर टिप्पणी की है। जेलेंस्की सोमवार को इस्तांबुल पहुंच गए है। फिर भी यह स्पष्ट नहीं था कि यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने के साथ डोनबास पर समझौता कैसे होगा। दोनो नेता एक महीने से चल रहे युद्ध को समाप्त करने में विफल रहे हैं, जिसमें हजारों लोग मारे गए हैं और 10 मिलियन से ज्यादा यूक्रेनियनो को अपने घरों से प्लान कर चुके है। इसमें लगभग 4 मिलियन लोग शामिल हैं जो देश छोड़कर भाग गए हैं।

Posted By: Kanpur Desk