यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने राजधानी कीव छोड़कर जाने से इनकार कर दिया। अमेरिका ने जेलेंस्की को कीव से सुरक्षित बाहर निकालने की बात कही थी जिसे जेलेंस्की ने यह कहते हुए ठुकरा दिया कि उन्हें बम और बारूद की जरूरत है न की सवारी की।

कीव (एपी)। रूसी सैनिकों ने शनिवार तड़के यूक्रेन की राजधानी की ओर धावा बोल दिया। शहर में विस्फोटों की गूंज सुनाई दे रही है। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति ने रूसी सेना की घेराबंदी के खिलाफ पीछे न हटने का वादा किया है। अमेरिकी सरकार ने राष्ट्रपति जेलेंस्की को कीव से सुरक्षित बाहर निकालने का प्रस्ताव दिया है मगर जेलेंस्की ने इसे ठुकरा दिया। एक वरिष्ठ अमेरिकी खुफिया अधिकारी के अनुसार, जेलेंस्की को अमेरिका की तरफ से एक ऑफर मिजा था लेकिन राष्ट्रपति को यह कहते हुए मना कर दिया कि यहां लड़ाई जारी है तो वह कीव कैसे छोड़ दें। उन्हें गोला-बारूद की आवश्यकता है सवारी की नहीं।"

रूसी सेना का लगातार हमला जारी
बता दें रूसी सेना द्वारा किए गए हमले में सैकड़ों लोगों के हताहत होने की सूचना मिली थी, जिसमें कीव अपार्टमेंट की इमारत और पुलों और स्कूलों को गिराने की खबर सामने आई है। ऐसे संकेत भी बढ़ रहे थे कि रूस यूक्रेन की सरकार को उखाड़ फेंकने की कोशिश कर रहा है। इस बात को अमेरिकी अधिकारियों ने भी माना है। यह हमला दुनिया के नक्शे को फिर से तैयार करने और मॉस्को के शीत युद्ध-युग के प्रभाव को पुनर्जीवित करने के लिए पुतिन के सबसे साहसिक प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।

यूक्रेन पर कब्जा करता जा रहा रूस
अमेरिकी रक्षा अधिकारियों का मानना ​​​​है कि रूसी आक्रमण को काफी प्रतिरोध का सामना करना पड़ा है और जैसी उम्मीद की जा रही थी रूसी सेना उस तेजी से आगे नहीं बढ़ रही है हालांकि यह परिदृश्य कभी भी बदल सकता है। रूसी सेना ने शुक्रवार को दक्षिणी यूक्रेन के मेलिटोपोल शहर पर अपना दावा करते हुए आगे बढ़ना जारी रखा। फिर भी, यह स्पष्ट नहीं है कि यूक्रेन का कितना हिस्सा अभी भी यूक्रेनी नियंत्रण में है और रूसी सेना ने कहां-कहां कब्जा कर लिया है।

काफी सैनिकों के मारे जाने की खबर
यूक्रेन की सेना ने कीव से 25 मील (40 किलोमीटर) दक्षिण में एक शहर, वासिलकिव के पास पैराट्रूपर्स ले जा रहे II-76 रूसी विमान को मार गिराने की सूचना दी, जिसकी पुष्टि एक वरिष्ठ अमेरिकी खुफिया अधिकारी ने की। यह स्पष्ट नहीं था कि बोर्ड पर कितने सैनिक सवार थे। आमतौर पर ऐसे विमानों में 125 पैराट्रूपर्स तक ले जाए जा सकते हैं।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari