चीन आैर पाकिस्तान के नापाक इरादों को आसमान में ही नेस्तनाबूद कर देगा एस-400
कानपुर। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज यानी कि 4 अक्टूबर को भारत दौरे पर आ रहे हैं। इसी बीच पुतिन एस-400 एयर मिसाइल सिस्टम की खरीद पर भारत के करार कर सकते हैं। यह प्रणाली चीन और पाकिस्तान के नापाक इरादों को आसमान में ही नेस्तनाबूद कर देगी। हालांकि इस मिसाइल की खरीद पर अमेरिका का काफी सख्त मिजाज देखने को मिल रहा है। यहां तक कि अमेरिका ने इस मिसाइल की खरीद को लेकर भारत पर प्रतिबंध लगाने की भी चेतावनी दी है लेकिन भारत ने यह साफ कर दिया है कि वो अपनी सुरक्षा को मजबूत करने के लिए अमेरिका की चेतावनी को दरकिनार कर रूस से 'एस-400' एयर डिफेन्स मिसाइल सिस्टम को जरूर खरीदेगा।
मारक क्षमता अचूक है
'एस-400' एयर डिफेन्स मिसाइल सिस्टम विश्व की सर्वश्रेष्ठ रक्षा प्रणालियों में से एक है। इसे रूस की अल्माज केंद्रीय डिजाइन ब्यूरो ने 1990 में तैयार किया था। इस मिसाइल की खास बात ये है कि करीब 400 किलोमीटर की दूरी में किसी भी विमान, मिसाइल और ड्रोन को तबाह कर सकता है। रूस की एक वेबसाइट 'रोसोबोरोनएक्सपोर्ट' के मुताबिक, इसकी मारक क्षमता अचूक है क्योंकि यह एक साथ तीन दिशाओं में मिसाइल दाग सकता है। एस-400 के हर एक सेगमेंट में 72 मिसाइलें होती हैं और ये 36 लक्ष्यों पर सटीक हमला करने में सक्षम हैं।
सिर्फ पांच मिनट में किया जा सकता है एक्टिवेट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एस-400 4,800 मीटर प्रति सेकेंड की गति से आने वाले खतरों को आसानी से भेद सकता है। इस मिसाइल में एक साथ 100 हवाई खतरों को महसूस करने की क्षमता है। इस मिसाइल के जरिये विमानों सहित क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों और जमीनी लक्ष्यों को भी निशाना बनाया जा सकता है। इसके अलावा एस-400 एक आधुनिक मिसाइल के साथ स्टैंड-ऑफ जैमर एयरक्राफ्ट, एयरबोर्न वॉर्निंग और कंट्रोल सिस्टम एयरक्राफ्ट भी है। यह मिसाइल 360 डिग्री के भीतर में स्कैन कर किसी भी निशाने को भेद सकता है। इस मिसाइल कि सबसे बड़ी खासियत यह है कि युद्ध की परिस्थिति में इस मिसाइल को सिर्फ 5 मिनट में एक्टिवेट किया जा सकता है।