Russia Ukraine Crisis : रूस का लक्ष्य वी-डे से पहले लेना है मारियुपोल को
कीव/ लीव (रायटर/एपी)। मारियुपोल में अज़ोवस्टल स्टील प्लांट में हफ्तों से लड़ाई चल रही है। जिसपर ब्रिटिश सेना ने कहा कि रूस द्वारा अज़ोवस्टल को सुरक्षित करने और मारियुपोल पर कब्जा पूरा करने के लिए नए सिरे से प्रयास कर रहे है। साथ ही बताया कि आने वाले 9 मई को विक्ट्री डे पुतिन की यूक्रेन में एक प्रतीकात्मक सफलता की इच्छा से जुड़ा हुआ है। यूक्रेन ने कहा कि शुक्रवार को मारियुपोल शहर में भारी बमबारी वाले स्टील प्लांट में फंसे नागरिकों को निकालने के लिए एक नया प्रयास चल रहा है। रूसी सेना के साथ चल रही लड़ाई ने पिछले दिन उन्हें सुरक्षा में लाने के प्रयासों को विफल कर दिया गया था। अज़ोवस्टल स्टील प्लांट अभी भी यूक्रेनी सेनानियों के हाथों में शहर का अंतिम हिस्सा है। 5 मिलियन से अधिक यूक्रेनियन चले गए हैं विदेश
यूक्रेनी राष्ट्रपति स्टाफ के प्रमुख एंड्री यरमक ने कहा कि अज़ोवस्टल से हमारे लोगों को बचाने का अगला चरण इस समय चल रहा है। परिणामों के बारे में जानकारी बाद में प्रदान की जाएगी। साथ ही बताया कि रूस ने यूक्रेन के पूर्व और दक्षिण में अपनी सबसे भारी गोलाबारी शुरू कर दी है। यूक्रेन का कहना है कि रूस ने बिना बताए आक्रमण को शुरू किया था। साथ ही बताया कि आक्रमण की शुरुआत के बाद से 5 मिलियन से अधिक यूक्रेनियन विदेश चले गए हैं। यूक्रेन के अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि रूस 9 मई से पहले अपने आक्रामक कदम बढ़ा सकता है। जब मास्को सेकंड वर्ल्ड वार में में नाजी जर्मनी पर सोवियत संघ की जीत का जश्न मनाता है। रूस की 1.8 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था को किया है प्रभावित यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने गुरुवार को कहा कि 'अस्पताल तबाह हो गए, सब जगह तबाही है। साथ ही बताया कि रूसी सैनिकों ने लगभग 400 स्वास्थ्य संस्थानों को नष्ट या क्षतिग्रस्त कर दिया है। वाशिंगटन और यूरोपीय सहयोगियों के आर्थिक उपायों ने रूस की 1.8 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है।जबकि अरबों डॉलर की सैन्य सहायता ने यूक्रेन को आक्रमण को विफल करने में मदद की है। हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन ने शुक्रवार को कहा कि उनका देश यूरोपीय संघ के प्रस्तावित नए प्रतिबंध पैकेज का समर्थन नहीं कर सकता है, जिसमें अपने वर्तमान स्वरूप में एक तेल प्रतिबंध शामिल है। ओर्बन ने कहा कि यूरोपीय आयोग का वर्तमान प्रस्ताव हंगरी की अर्थव्यवस्था पर गिराए गए "परमाणु बम" के बराबर होगा।