'घर वापसी' का नेतृत्व कर रहे राजेश्वर सिंह की हुई 'घर वापसी', मोदी की बैठक के बाद हुआ फैसला
बयान से नाराज थे मोदीगौरतलब है कि राजेश्वर ने आगरा में हुए 'घर वापसी' कार्यक्रम को लेकर हुए बवाल के बाद 25 दिसंबर को अलीगढ़ में बृहद पैमाने पर 'घर वापसी' कार्यक्रम का ऐलान किया था. हालांकि यह कार्यक्रम आयोजित नहीं हो सका था. इसके बाद राजेश्वर ने विवादित बयान देते हुए कहा था कि 2021 तक सभी मुस्लिम व ईसाइयों को हिंदू बना दिया जाएगा. कहा जा रहा है कि इसी बयान से खफा होकर संघ ने उनपर कार्रवाई की है. हालांकि राजेश्वर का कहना है कि उन्होंने इलाज कराने के लिए कुछ महीने की छुट्टी ली है. वे 1971 से ही संघ के प्रचारक रहे हैं और 1996 से धर्म जागरण अभियान की अगुवाई कर रहे हैं.संघ की उप्र ईकाई का फैसला
संघ परिवार के सूत्रों ने बताया कि यह राजेश्वर पर कार्रवाई आरएसएस नेताओं और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच हुई एक बैठक का नतीजा है. उस बैठक में मोदी ने इस बात पर ऐतराज जताया था कि 'घर वापसी' के हंगामे ने विकास की उनकी रणनीति से ध्यान भटकाया है. उधर, संघ प्रवक्ता मनमोहन वैद्य ने सिंह को हटाए जाने की पुष्टि की. उन्होंने हालांकि कहा कि संघ की उप्र ईकाई ने यह फैसला बिना किसी दबाव के किया. उन्होंने कहा कि संघ किसी के दबाव में काम नहीं करता है. सिंह को संघ से जुड़े धर्म जागरण अभियान से भी हटा दिया गया है. हालांकि वह आरएसएस की आगरा ईकाई में प्रचारक बने रहेंगे.
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