फेडरर और मरे विंबलडन 2015 के सेमीफाइनल में पहुंचे
स्विट्जरलैंड के दूसरी वरीयता प्राप्त फेडरर ने एक घंटे, 34 मिनट तक चले मैच में 12वीं वरीय सिमोन को 6-3, 7-5, 6-2 से हराया। कोर्ट एक पर खेला गया यह मैच बारिश के कारण भी प्रभावित रहा, लेकिन दो बार के व्यवधान से सात बार के चैंपियन की एकाग्रता भंग नहीं हुई। दूसरी तरफ सेंटर कोर्ट पर रॉयल बॉक्स में कुछ नामी दर्शकों की मौजूदगी में ब्रिटेन के तीसरे वरीय मरे ने कनाडा के गैरवरीय वासेल पोसपिसिल को 6-4, 7-5, 6-4 से पराजित किया। यह मैच दो घंटे, 11 मिनट तक चला। बारिश के कारण आखिर में सेंटर कोर्ट को छत से ढकना पड़ा था।
दूसरे सेमीफाइनल में सर्बिया के शीर्ष वरीय नोवाक जोकोविक का मुकाबला फ्रांस के रिचर्ड गासक्वेट से होगा, जिन्होंने दिन के अंतिम क्वार्टर फाइनल में फ्रेंच ओपन चैंपियन चौथी वरीयता प्राप्त स्टान वावरिंका को मैराथन मुकाबले में 6-4, 4-6, 3-6, 6-4, 11-9 से हराया। यह मैच 3 घंटे, 27 मिनट तक चला। 21वीं वरीयता प्राप्त गासक्वेट दूसरी बार इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचे हैं। वह पहली बार 2007 में अंतिम चार में जगह बनाने में सफल रहे थे। गासक्वेट ने वावरिंका का पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचने का सपना तोड़ दिया। स्विस खिलाड़ी ने अंतिम आठ तक कोई भी सेट नहीं गंवाया था।
जोकोविक ने क्रोएशिया के नौवीं वरीयता प्राप्त मारिन सिलिच को 6-4, 6-4, 6-4 से पराजित किया। जोकोविक ने क्रोट खिलाड़ी के खिलाफ कभी मुकाबला नहीं गंवाया है और उनका यह अजेय रिकॉर्ड यूएस ओपन चैंपियन के खिलाफ कभी खतरे में नहीं दिखा, जो उनके ग्र्राउंडस्ट्रोक पर सहज महसूस नहीं कर रहे थे। जोकोविक की विंबलडन में यह 50वीं जीत है और वह 27वीं बार ग्रैंडस्लैम सेमीफाइनल में जगह बनाई।
फेडरर ने भले ही सीधे सेटों में जीत दर्ज की, लेकिन इस बीच सिमोन ने एक बार उनकी सर्विस तोड़ी। यह हॉल टेनिस टूर्नामेंट के बाद पहला मौका था, जबकि 17 बार के ग्रैंडस्लैम चैंपियन फेडरर ने अपनी सर्विस गंवाई। इस बीच उन्होंने 116 बार अपनी सर्विस पर अंक बनाए थे। फेडरर ने पहले सेट के शुरू में ही सिमोन की सर्विस तोड़ दी और फिर उन्हें यह सेट अपने नाम करने में कोई परेशानी नहीं हुई। इसके बाद जब वह दूसरा सेट जीतने के लिए सर्विस कर रहे थे तब सिमोन ब्रेक प्वाइंट लेने में सफल रहे। फ्रांसीसी खिलाड़ी हालांकि इसका फायदा नहीं उठा पाया। फेडरर ने इसके तुरंत बाद सिमोन की सर्विस तोड़ी और जब बारिश के व्यवधान के बाद फिर से खेल शुरू हुआ तो अपनी सर्विस पर अंक बनाकर सेट जीता। फेडरर को इसके बाद तीसरे सेट में किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। उन्होंने बाद में कहा, ‘बीच में खेल रुकने से मुश्किल आ रही थी, लेकिन मुझे खुशी है कि मैंने अपने प्रतिद्वंद्वी और परिस्थितियों से अच्छी तरह से तालमेल बिठाया।’ फेडरर 37वीं बार ग्रैंडस्लैम और दसवीं बार विंबलडन के अंतिम चार में पहुंचे हैं और उन्हें यहां सेमीफाइनल में कभी हार का सामना नहीं करना पड़ा। इस लिहाज से 2013 के चैंपियन मरे के लिए आगे की चुनौती काफी मुश्किल होगी। ब्रिटिश खिलाड़ी ने स्वयं इसे स्वीकार किया। मरे ने कहा, ‘उम्मीद है कि मैं फिर से यहां फाइनल में पहुंचने में सफल रहूंगा, लेकिन यह काफी कड़ा होगा। मुझे यहां खेलना पसंद है और मैंने यहां हर बार अपनी सर्वश्रेष्ठ टेनिस खेली है।’
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