अक्सर गेम खेलते टाइम आपके मन में भी एक ख्याल तो जरूर आया होगा कि कैसा होता अगर रोबोट भी हमारे साथ गेम खेलते। हम आपको बता दें की आपका ये ख्याल अब हकीकत में बदलने वाला है। जी हां गूगल डीपमांइड ने ये नया कारनामा कर दिखाया है। अब रोबोट भी आपके साथ टेबल-टेनिस खेलेगा। आइए आपको बताते हैं कि कैसे...

कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग जैसी टेक्नोलॉजी ने बीते कुछ सालों में बहुत तेजी से प्रोग्रेस की है। हर रोज एआई लोगों के लिए कुछ नया लेकर आ रहा है। लोगों ने भी एआई को काफी पसंद किया है। लोगों के बेहद पसंद किए जाने के बाद कंपनियां भी एआई के साथ रोज नए नए एक्सपेरिमेंट कर रहीं हैं। इसी एक्सपेरिमेंट के चलते गूगल डीपमांइड के रिसर्चर्स ने एक ऐसा रोबोट बनाया है, जो इंसानों के साथ टेबल टेनिस भी खेल सकता है। गूगल का ये एक्सपेरिमेंट एआई और मशीन लर्निंग की लगातार हो रही प्रोग्रेस को बताता है।

मिडिल लेवल प्लेयर्स से काफी आगे है ये रोबोट
गूगल नें अपने इस रोबोट की टेस्टिंग के लिए 29 लोगों के साथ इसकी कांप्टीशन करवायी। ये कांप्टीशन टेबल टेनिस का था। रोबोट ने 29 प्लेयर्स के साथ टेबल टेनिस खेला। इस खेल के स्टार्टिंग के सारे मैच रोबोट ने जीते। जिसके बाद मिडिल लेवल प्लेयर्स के साथ रोबोट का कांप्टीशन था। इस मैच में भी लगभग 55% मैच रोबोट ने जीते। हालांकि एडवांस लेवल के प्लेयर्स के साथ रोबोट को काफी स्ट्रगल करना पड़ा। इतने स्ट्रगल के बाद भी रोबोट एडवांस लेवल के खिलाड़ियों को नहीं हरा पाया। गूगल अभी भी लगातार इस रोबोट को एडवांस बनाने के काम में लगा हुआ है। प्लेयर्स को पहली बार एक रोबोट के साथ टेबल टेनिस खेलकर काफी मजा आया। जिसके बाद 29 में से 26 प्लेयर्स रोबोट के साथ फिर से मैच खेलने में इंटरेस्टेड हैं।

रियल वर्ल्ड से गैप कम करने की है कोशिश
गूगल ने हाल ही में अपने इस एडवांस रोबोट की टेस्टिंग का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है। रोबोट का ये वीडियो लोग काफी पसंद कर रहे हैं। इस वीडियो पर लोग अपने रिएक्शन भी दे रहे हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह से रोबोट अलग-अलग लोगों के साथ टेबल टेनिस खेल रहा है। ये सिमुलेशन-टू-रियल वर्ल्ड के साथ गैप को कम करने के लिए एडवांस टेक्नोलॉजी का यूज करता है। इस टेक्नोलॉजी का यूज करने से रोबोट की डिसीजन मेकिंग की एबिलिटी बेहतर हो रही है। हालांकि इस मैच में रोबोट ने ज्यादातर मैच जीते लेकिन तेज गेंदों को डिफेंड करने में रोबोट को थोड़ी प्रॉब्लम आयी। इस प्रॉब्लम की वजह से सिस्टम में थोड़ी देरी का भी सामना करना पड़ा।

Posted By: Shweta Mishra