Rishi Kapoor Birth Anniversary: ऋषि कपूर की वो फिल्में, जो कभी नहीं हो सकी रिलीज
कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। अभिनेता ऋषि कपूर संसार को अलविदा कह चुके हैं लेकिन फिर भी वो आज अपनी सदाबहार फिल्में के कारण हमारे बीच में हैं। 4 सितम्बर को ऋषि कपूर की बर्थ एनिवर्सरी है। इस मौके पर हम आपको बताने वाले हैं इस सदाबहार अभिनेता की वो फिल्में जो कभी रिलीज नहीं हो सकी।
स्वर्ग से प्यारा घर हमारा (1991)अभिनेता ऋषि कपूर की फिल्म "स्वर्ग से प्यार घर हमारा" साल 1991 में बनकर तैयार हो गई लेकिन रिलीज नहीं हो सकी। इस फिल्म में शशि कपूर,ऋषि कपूर,मीनाक्षी,अमजद खान, कादर खान और गुलशन ग्रोवर ने अभिनय किया।
रिश्ता हो तो ऐसा (1991 )
ऋषि कपूर की फिल्म "रिश्ता हो तो ऐसा" 1994 में शूट होकर तैयार हो गई, लेकिन रिलीज नहीं हुई। इसमें अभिनेता जितेंद्र, जूही चावला, सुजाता मेहता,परेश रावल,अशोक सराफ, कादर खान ने अभिनय किया। इस फिल्म में संगीत लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल का था और इस फिल्म के निर्देशक कल्पतरु थे।
अभिनेता की फिल्म "आज का संसार" साल 1995 में बनकर तैयार हो गई लेकिन रिलीज़ नहीं हुई। इसमें सुरेश ओबेरॉय,फरह, कादर खान, प्राण और परेश रावल ने अभिनय किया। इस फिल्म के निर्देशक भी कल्पतरु थे।
कन्यादान (1993)
ऋषि कपूर की फिल्म "कन्यादान" की सूटिंग साल 1993 में पूरी हो गई लेकिन रिलीज नहीं हो सकी। इस फिल्म में इसमें मनीषा कोइराला, अनु अग्रवाल, दीप्ति नवल, अनुपम खेर, किरण कुमार, फरीदा जलाल और सईद जाफ़री ने सह-अभिनय किया। इस फिल्म में पहले मनीषा कोइराला की जगह दिव्या भारती अभिनय करने वाली थी।
सिन्दूर की आवाज (1990)
ऋषि कपूर ने फिल्म सिन्दूर की आवाज में बतौर मुख्य अभिनेता अभिनय किया, यह फिल्म एवरग्रीन आर्ट्स पिक्चर्स की ओर से बनाई जा रही थी, जो कि साल 1990 में बनकर तैयार हो गई। इस फिल्म में जयाप्रदा, राज बब्बर, माधवी, अरुणा ईरानी और सईद जाफरी ने किरदार किया।
वक्त गवाह है (1995 )
पितृ छाया प्रोडक्शंस के बैनर तले बनी फिल्म "वक्त गवाह है" में ऋषि कपूर ने साल 1995 में अभिनय किया। इस फिल्म में को-स्टार के तौर पर धर्मेंद्र, ममता कुलकर्णी, सोनू वालिया, मौसमी चटर्जी, जॉनी लीवर, राम मोहन , अवतार गिल सह-कलाकार के रुप थे। इस फिल्म में उगम सिधावत, गेहरालाल मेवाड़ा और एस.एन.मेवाड़ा को प्रोड्यूस करना था और राज एन सिप्पी को डायरेक्ट करना था। राज कुमार को शुरुआत में धर्मेंद्र की भूमिका के लिए साइन किया गया था। वह जोर देकर कहते रहे कि ऋषि कपूर को रिप्लेस किया जाए। उन्होंने महसूस किया कि ऋषि दामाद की भूमिका निभाने के लिए बूढ़े लग रहे थे। राज कुमार अपने बेटे पुरुराज कुमार को भूमिका करने के लिए कह रहे थे।
बी.एम.बी. प्रोडक्शन के बैनर तले बनी फिल्म "तू ही मेरी जिंदगी" साल 1990 में बनी, इस फिल्म में अभिनय ऋषि कपूर ने किया। इस फिल्म में बप्पी लहरी के संगीत के साथ शम्मी कपूर, श्री देवी, रजनीकांत ने अभिनय किया। इस फिल्म को के.सी. बोकाडिया डायरेक्ट कर रहे थे।