राजनेता बाल ठाकरे को तो आप जानते ही हैं, जानिए कार्टूनिस्ट ठाकरे को
1 . बाल ठाकरे के पिता केशव सीताराम ठाकरे एक लेखक और राजनेता थे। ये वो राजनेता थे, जिन्होंने (भाषायी आधार पर) महाराष्ट्र को अलग राज्य बनाने के अभियान का नेतृत्व किया। इनको लेकर सबसे दिलचस्प बात ये है कि इनके सरनेम की स्पैलिंग Thakre थी, लेकिन इसको बदलकर इन्होंने इसे Thackeray कर दिया था। इसके पीछे कारण था कि वह ब्रिटिश लेखक William Makepeace Thackeray के बहुत बड़े फैन थे। 2 . बाल ठाकरे बहुत बेहतरीन कार्टूनिस्ट थे। इन्होंने अपने कॅरियर की शुरुआत एक फ्री प्रेस जरनल से की। यहां इन्होंने फेमस इंडियन कार्टूनिस्ट आर के लक्ष्मण के साथ भी काम किया। 3. इसके बाद इन्होंने 1960 में 'मार्मिक' नाम से अपना एक अलग कार्टून पर आधारित साप्ताहिक अखबार निकाला।
6 . 28 जुलाई, 1999 को चुनाव आयोग की सिफारिश पर बाला साहेब ठाकरे के छह साल के लिए चुनाव लड़ने या मतदान करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। श्े प्रतिबंध 11 दिसंबर, 1999 से लेकर 10 दिसंबर 2005 तक था। 7 . बाला साहेब ठाकरे अपनी पत्नी को बहुत प्यार करते थे। यही कारण था कि उनके दुनिया से अलविदा कहने के बाद वह उनकी तस्वीर वाला लॉकेट गले में पहने रहते थे।
8. बाला साहेब ठाकरे ने पहली बार राजनीति में 'रिमोट कंट्रोल' नाम के टर्म का इस्तेमाल किया। ये वो समय था जब महाराष्ट्र में शिवसेना-बीजेपी सत्ता में आई थी। मनोहर जोशी उस समय शिवसेना से मुख्यमंत्री थे। उस समय बाला साहेब ने खुद को पार्टी का रिमोट कंट्रोल बताया।