आज जनमत संग्रह पर टिकी दुनिया की निगाहें, हां और ना से तय होगा ग्रीस का भविष्य
जनता ना में वोट करे
आज ग्रीस में जनमत संग्रह होने वाला है। इस जनमत संग्रह पर दुनिया के सभी देशों की निगाहें पूरी तरह से टिकीं हैं, क्योंकि आज इसके परिणाम से ही यूरो जोन में ग्रीस का भविष्य तय होना है। इस दौरान ग्रीस सरकार प्रधानमंत्री एलेक्सिस सिप्रास लगातार से देश की जनता से अपील कर रहे हैं। उन्होंने जनता से कहा है कि वह 'ना' में वोट करे और बेलआउट के ब्लैकमेल को खारिज कर दे। सूत्रों की मानें तो में ग्रीस सरकार को उम्मीद है कि अगर इस जनमत संग्रह में परिणाम ना में आते हैं तो यूरोपीय सहयोगियों के साथ बातचीत में ग्रीस सशक्त रूप में महसूस करेगा। इतना ही नहीं यहां की बैंकिंग ब्यवस्था मजबूत होने के साथ ही आर्थिक स्िथति में भी सुधार हो सकता है। वहीं ऐसे में अगर लोग हां में वोट करते हैं तो उसे इस्तीफा देने की नौबत आ सकती है। आतंकित व्यवहार कर रहे
आज रविवार को यहां होने वाले जनमत संग्रह के लिए करीब 19,159 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। जिमसें करीब एक करोड़ लोग वोट डालेंगे। इसके साथ ही वहां पर सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए है। वहीं अगर इस जनमत संग्रह पर हुए सर्वेक्षणों पर नजर डाली जाए तो एल्को के सवेक्षण के अनुसार 44.8 फीसद लोग हां और 43.4 फीसद लोग ना के पक्ष में होने के साथ आसार दिख रहे हैं। वहीं एक दूसरे सर्वे ब्लूमबर्ग के अनुसार 43 फीसद लोगों के हां और 42.5 फीसद लोगों के ना के पक्ष में वोट डालने के चांस दिख रहे हैं। वहीं इस संबंध में ग्रीस के वित्त मंत्री यानिस का कहना है कि कर्जदाता देश अब ग्रीस के साथ आतंकित व्यवहार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह ग्रीस के साथ ठीक नहीं हो रहा है।