स्वामी चिन्मय की 85वीं जयंती पर केक पर जलीं 72,585 कैंडल, देखें बना जब वर्ल्ड रिकॉर्ड
100 लोगों की एक टीम
जी हां चिन्मय नाम से पुकारे जाने वाले चिन्मय कुमार घोष की हाल ही में अमेरिका में 85वीं जयंती मनाई गई। चिन्मय स्वामी नें 1964 में न्यूयार्क सिटी आने के बाद पश्चिम को ध्यान की शिक्षा दी। बड़ी संख्या में लोग ध्यान शिक्षा से परिचित हुए। जिससे यहां पर उनके शिष्यों ने इस जयंती पर कुछ खास करने का प्लान किया था। इस दौरान केक से लेकर मोमबत्ती सब कुछ थोड़ा अलग था। ऐसे में इस खास मौके पर एक केक पर 72,585 मोमबत्तियां जलाई गईं। सभी मोमबत्तियों को बराबर से जलाया गया। इन मोमबत्तियों को जलाने में 60 ब्लोटॉर्च की मदद ली गई। इस शानदार काम को पूरा करने में करीब 100 लोगों की एक टीम जुटी रही।
बुझाना भी एक बड़ा टास्क
वहीं इस दौरान मोमबत्ितयों को एक साथ जलाने के 40 सेकेंड बाद बुझाना भी काफी बड़ा टास्क था। जिससे कि मोमबत्तियों के पिघलने से केक न खराब होने पाए। ऐसे में इसके लिए कार्बनडाईऑक्साइड अग्निशमन यंत्रों की मदद से मोमबत्तियों को बुझाया गया। जिससे यह इतनी बड़ी संख्या में केक पर मोमबत्ती जलने का रिकॉर्ड गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया। बतादें कि कि इससे पहले यह रिकॉर्ड कैलिफोर्निया में बनाया गया था। यहां पर माइक्स हार्ड लेमोनेड ने अप्रैल में केक पर करीब 50,151 मोमबत्तियां जलाई थीं। जिससे अब इससे आगे अमेरिका में चिन्मय कुमार घोष के शिष्यों व समर्थको ने रिकॉर्ड बना लिया है।