आरबीएसके से बच्चों की सेहत की मॉनीटरिंग, फिर होगा ट्रीटमेंट
-राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत डॉक्टर्स और नर्स को दी गई ट्रेनिंग
-आरबीएसके पर फीड की जाएगी सारी डिटेल, 38 गंभीर बीमारियों का होगा इलाज बरेली: डिस्ट्रिक महिला अस्पताल में थर्सडे को आरबीएसके यानि राष्ट्रीय स्वास्थ्य बाल कार्यक्रम का एप लांच किया गया. इस दौरान डॉक्टर्स को एप के माध्यम से इलाज के टिप्स भी दिए गए. सरकारी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चे की सेहत की मानीटरिंग कैसे करना है, यह बताया गया. इस दौरान डिविजनल प्रोजेक्ट मैनेजर शाहिद हुसैन, आरबीएसके नोडल आफिसर डॉ. अशोक कुमार, डीईआईसी मैनेजर नितिन गंगवार सहित टीम के सदस्य मौजूद रहे. 38 प्रकार के रोगों की डिटेलआरबीएसके के डीईआईसी मैनेजर नितिन गंगवार ने बताया कि इस एप पर 38 प्रकार की बीमारियों की डिटेल मिलेगी. डिस्ट्रिक्ट के 15 ब्लॉक हैं. एक-एक ब्लॉक में दो-दो टीमों को लगाया गया है. यह टीम प्रत्येक सरकारी स्कूल पर बच्चों की सेहत की जांच करेगी. जंाच के समय बच्चों में कौन सी गंभीर बीमारी है, इसका विवरण एप में तुरंत दर्ज किया जाएगा. इसके बाद जिन बच्चों को रेफर किया गया, उनमें से कितने हॉस्पिटल नहीं पहुंचे, इसकी भी निगरानी एप के माध्यम से होगी. एक मोबाइल टीम में चार लोग होंगे, दो मेडिकल ऑफिसर और दो पैरा मेडिकल वर्कर्स होंगे.