COVID-19 की दूसरी लहर से लड़ने के लिए RBI की पेशकश, हेल्थ सेक्टर की मदद को कम ब्याज पर 50 हजार करोड़ रुपये लोन
मुंबई (एएनआई)। इस जानलेवा महामारी से लड़ने की रणनीति पर बात करते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि हेल्थ सेक्टर को प्राथमिकता के आधार पर लोन उपलब्ध कराने वाले बैंकों को प्रोत्साहित किया जाएगा। उम्मीद है कि इस स्कीम के तहत बैंक एक कोविड लोन बुक बनाएंगे।हेल्थ सेक्टर को लोने देने वाले बैंकों को प्रोत्साहनआरबीआई गवर्नर ने कहा कि अतिरिक्त प्रोत्साहन के तहत बैंक कोविड लोन के बराबर अतिरिक्त धन को अपने पास रख सकते हैं। यह धन आरबीआई के रिवर्स रेपो के तहत रख सकेंगे, जिसके लिए ब्याज की दर रेपो रेट से 25 बेसिस प्वाइंट कम होगी तथा रिवर्स रेपो रेट से 40 बेसिस प्वाइंट ज्यादा होगी।स्माॅल फाइनेंस बैंक भी दे सकेंगे इस योजना में लोन
छोटे वित्तीय बैंक लांग टर्म रेपो ऑपरेशन के 10,000 करोड़ रुपये से शुरू कर सकते हैं। प्रति लोन की अधिकतम सीमा 10 लाख रुपये होगी। छोटे वित्तीय बैंक 500 करोड़ रुपये तक की पूंजी वाले माइक्रो फाइनेंस इंस्टीट्यूशंस को भी कर्ज दे सकते हैं। छोटे वित्तीय बैंक भी अगले वर्ष 31 मार्च तक इस योजना के तहत प्राथमिकता पर लोन देकर लाभ ले सकते हैं।